सबसे स्वच्छ शहर अब लिटरबिन में लगाएगा सेंसर, कचरा भरते ही पहुंचेगा SMS

इंदौर
शहर को स्वच्छ रखने के लिए इंदौर नगर- निगम ने एक और कदम उठाया है. कचरा डालने के जगह-जगह लगे लिटरबिन में अब वो सेंसर लगाने जा रहा है. सेंसर लगने के बाद लिटरबिन भरते ही अलार्म बजेगा और अलर्ट मैसेज कंट्रोल रूम सहित तमाम ज़िम्मेदार अफसरों तक पहुंच जाएगा. उसके बाद तुंरत ही लिटरबिन खाली कर दिया जाएगा.
इंदौर नगर-निगम ने शहर में सड़क किनारे, चौराहों, बाजारों और प्रमुख जगहों पर 3 हज़ार लिटरबिन लगाए हैं. इनमें अब सेंसर लगाए जाएंगे. इस महीने ये ये काम पूरा कर लिया जाएगा. पहले चरण में दो हज़ार लिटरबिन में सेंसर लगाए जाएंगे. ये वो इलाके होंगे जहां बाज़ार हैं या फिर जहां लिटरबिन जल्दी भर जाते हैं. एक सेंसर पर 2 हज़ार रुपए खर्च होंगे.
इतने बड़े पैमाने पर लिटरबिन में सेंसर लगाने वाला इंदौर देश का पहला शहर होगा. सेंसर की खासियत ये होगी कि जैसे ही वो 90 फीसदी भरेगा, मोबाइल फोन पर उस ज़ोन के दरोगा, मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी (सीएसआई), हेल्थ ऑफिसर और पालिका प्लाजा में निगम के कंट्रोल एंड कमांड सेंटर को मोबाइल फोन पर एसएमएस से सूचना मिल जाएगी.
नगर-निगम ने गीले और सूखे कचरे के लिए नीले और हरे रंग के लिटरबिन लगाए हैं. ये इन लोगों के लिए है जो राह चलते बिस्किट, चिप्स और कोल्ड ड्रिंक के रैपर और बोतल फेंकते हैं. लेकिन शहर के कई इलाकों में लिटरबिन का उपयोग डस्टबिन या कचरा पेटी की तरह हो रहा है. कई दुकानदार और लोग अपनी दुकान और घर का कचरा लिटरबिन में फेंक रहे हैं. निगम इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए लगातार स्पॉट फाइन कर रहा है.