आप भी माउथवॉश का करती है इस्तेमाल, जाने इसके साइडइफेक्ट्स
मौखिक सफाई और देखभाल के लिए हम में से कई लोग है जो नियमित तौर पर दांतों को ब्रश करने के बाद लिक्विड माउथ फ्रेशनर का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि माउथ फ्रेशनर का ज्यादा इस्तेमाल करना, सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
माउथवॉश में दांतों को साफ करने और मुंह की दुर्गंध को खत्म करने के लिए अधिकांश टूथपेस्टों की तरह, कुछ माउथवॉश में सोडियम लॉरिल सल्फेट का इस्तेमाल होता है। जिसके अधिक इस्तेमाल से मुंह में नाइट्रिक ऑक्साइड बनने में कमी आ जाती हैं और इससे शरीर का मेटाबोलिज्म बिगड़ जाता है जो डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी के खतरे को काफी हद तक बढ़ा देता है।
डायबिटीज का बढ़ जाता है खतरा
एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि रोजाना दिन में कम से कम 2 बार माउथवॉश का इस्तेमाल करने वाले लोगों में दूसरे लोगों के मुकाबले डायबिटीज का खतरा 55 फीसदी तक बढ़ जाता है।
रिसर्च से साबित हो चुका है कि 80 फीसदी मामलों में मुंह से दुर्गंध आने पर माउथवॉश या किसी च्यूइंग गम की जरूरत नहीं होती है। मुंह से दुर्गंध आने का मुख्य कारण है बैक्टीरिया है जो आपकी जीभ में होता है और इसको रोजाना साफ करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा दांतों के बीच में खाने के कण रह जाते हैं जिन्हें सिर्फ ब्रश कर के ही निकाला जा सकता है। इसके लिए माउथवॉश का इस्तेमाल करने से कोई विशेष फायदा नहीं पहुंचता है।
माउशवॉश से होने वाले नुकसान
मुंह को शुष्क बनाता है
माउथवॉश की वजह से मुंह शुष्क हो सकता है। अत्यधिक मात्रा में एल्कोहल वाले माउथवॉश का इस्तेमाल करने से आपका मुंह शुष्क हो जाता है। जिससे कैविटी के साथ सांस से बदबू आने की समस्या हो सकती है।
मुंह में छालों की समस्या
माउथवॉश में उच्च मात्रा में एल्कोहल होने के साथ एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो मुंह के अंदर टिशू में दर्द कर सकते हैं। इसलिए एल्कोहल बेस्ड माउशवॉश का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इससे मुंह में छाले भी हो सकते हैं।
ओरल हेल्थ प्रॉब्लम्स
माउथवॉश का इस्तेमाल करने से आपको कई ओरल प्रॉब्लम्स के बारे में पता नहीं चल पाता है। जब आप रोजाना माउथवॉश का इस्तेमाल करते हैं तो इससे सांसों की बदबू की समस्या छुप जाती है जिसकी वजह से आप इसका इलाज नहीं करवा पाते हैं।