आयोग ने आधा दर्जन मामलों में अधिकारियों से मांगा जवाब
भोपाल
मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग ने मानवधिकार हनन के आधा दर्जन मामले में संज्ञान लेते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब-तलब किया है। आयोग द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार आयोग ने नरसिंहपुर जिले में पीलिया रोग के पैर पसारने तथा इस जिले के महमदपुर गांव में चार दिनों में दो दर्जन लोगों के पीलिया रोग से पीड़ित होने की घटना पर कलेक्टर से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। गुना जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों के पलंग में बेडशीट और कम्बल न होने की घटना पर लोक स्वास्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है। इसी तरह छतरपुर जिले के बक्सवाहा में महिला नशबंदी शिविर में महिलाओं को बेहोशी का इंजेक्शन देने के बाद उनकी नसबंदी न करने के कारण जमीन पर घंटो बेहोश पड़े रहने की घटना पर कलेक्टर तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्य अधिकारी से प्रतिवेदन मांगा है। नगर निगम भोपाल के जोन क्रमांक-5 में कार्यरत इसहाक खान की बीमारी के कारण उसकी मेडिकल लीव मंजूर न होने के कारण उसे वेतन न मिलने की समस्या पर नगर निगम से एक माह में प्रतिवेदन मांगा है।
इसके अलावा ग्वालियर शहर के सिंधिया नगर में मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत बनाये गये आवासों में सीवर की समस्या का समाधान नहीं करने के कारण रहवासियों परेशान होने की समस्या पर नगर निगम आयुक्त से जांच कर एक माह में की गई कार्यवाही का प्रतिवेदन मांगा है। इसके साथ ही यहां की श्रीराम कालोनी में स्थित शासकीय पोस्ट मैट्रिक छाÞत्रावास कई साल पुराने क्षतिग्रस्त भवन में संचालित होने तथा इस कारण हादसे की आशंका बनी रहने के बावजूद छाÞत्रावास प्रबंधन द्वारा कोई ध्यान न देने पर कलेक्टर से जवाब-तलब किया है। वहीं दूसरी ओर सीहोर जिले आष्टा के सिविल अस्पताल में प्रसूता के डेढ़ घंटे तक दर्द से कराहने के बावजूद उसकी कोई देखरेख न होने के मामले मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्य अधिकारी से एक माह में प्रतिवेदन मांगा गया है।