कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन, ये नेता होंगे शामिल

कमलनाथ के शपथ ग्रहण में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन, ये नेता होंगे शामिल

भोपाल  
जेडी (एस) नेता और कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण समारोह के लगभग सात महीने बाद एक और मुख्यमंत्री के आधिकारिक ऐलान के साथ ही विपक्षी एकता को दिखाने की कोशिश की जाएगी. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण समारोह की भोपाल में जोर-शोर से तैयारी चल रही है. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और विपक्ष को एक करने की कोशिश में लगे चंद्रबाबू नायडू ने समारोह में शामिल होने की पुष्टि कर दी है.

हालांकि मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस को सरकार बनाने में समर्थन देने वाली बसपा सुप्रीमो मायावती ने अभी तक आमंत्रण का जवाब नहीं दिया है. उत्तर प्रदेश में अखिलेश यादव के साथ लोकसभा की सीटों पर मतभेद के बीच मायावती ने विधानसभा चुनाव रिजल्ट से एक दिन पहले विपक्ष की बैठक में भी भाग नहीं लिया था.

पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के भी इस कार्यक्रम में शामिल होने की बात कही जा रही है. वहीं केरल के मुख्यमंत्री और सीपीएम नेता पिनरायी विजयन, पुडुचेरी के मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता वी नारायणसामी और वरिष्ठ टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी कमलनाथ के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पहुंच रहे हैं.

मध्य प्रदेश 'हिंदी हार्टलैंड' के तीनों राज्यों में से सबसे बड़ा है. हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने बीजेपी को हराया. 29 लोकसभा सीटों के साथ मध्य प्रदेश, राजस्थान या छत्तीसगढ़ की तुलना में सबसे अधिक सांसद भेजने वाला राज्य है. वर्तमान में यहां पर 26 सीटें बीजेपी के पास हैं, जबकि 3 पर कांग्रेस का कब्जा है.

मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को बहुमत से दो सीटें कम मिली थी. पार्टी को यहां पर मिनी गठबंधन करना पड़ा. एसपी-बीएसपी के विधायकों के अलावा 4 निर्दलीय विधायकों ने भी पार्टी को समर्थन दिया है, तब जाकर यह आंकड़ा 121 तक पहुंचा.

लोकसभा चुनाव में मात्र 4 महीने का समय रह गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के प्रभाव को बढ़ाने के लिए सिर्फ जनवरी के महीने में 25 रैलियां पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में करने वाले हैं. खास बात यह है कि इन राज्यों में पार्टी को अभी तक सफलता नहीं मिली है.