कर्नाटक निकाय चुनाव रिजल्ट 2018: वोटों की गिनती जारी, कांग्रेस-बीजेपी-जेडीएस में कड़ी टक्कर
बेंगलुरु
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के बाद सत्तारूढ़ जेडीएस-कांग्रेस और बीजेपी एक बार फिर नगर निकाय चुनाव में आमने-सामने सियासी मैदान में हैं। राज्य के 102 शहरी स्थानीय निकायों पर वोटों की गिनती जारी है। अभी तक आए नतीजों में तीनों दलों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिल रही है।
सन में जेडीएस ने 31 वार्डों में से अब तक 6 पर जीत दर्ज की है। चन्नापटना में भी 2 सीटों पर जेडीएस जीत हासिल कर चुकी है। वहीं अन्य निकायों में बीजेपी और कांग्रेस के बीच नजदीकी मुकाबला है। मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को उम्मीद है कि 50 फीसदी सीट भी अगर कांग्रेस-जेडीएस मिलकर जीतती हैं तो भी यह काफी होगा।
वहीं कई सीटों पर कांग्रेस बढ़त बनाए हुए हैं। बीजेपी ने दक्षिण कन्नड़ जिले की उल्लल नगरपालिका में जीत दर्ज की। वहीं उत्तर कर्नाटक में भी बीजेपी बढ़त बनाए हुए है। यहां 31 अगस्त को वोट डाले गए थे। इस चुनाव में तीनों ही दल अलग-अलग मैदान में उतरे हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि नगर निकाय चुनाव में जिस दल को सबसे ज्यादा सीटें मिलेंगी, उसका 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में मनोबल ऊंचा रहेगा।
फिलहाल 29 से ज्यादा नगरपालिकाओं में फैले 2,592 वार्डों, 53 कस्बों के नगर पालिकाओं, 23 नगर पंचायतों और तीन नगर निगमों के 135 वार्डों में हुए चुनाव की काउंटिंग कड़ी सुरक्षा के बीच जारी है। कुल 8,340 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होना है। शहरी निकाय चुनावों में कांग्रेस के 2,306 उम्मीदवार, भारतीय जनता पार्टी के 2,203 और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) के 1,397 मैदान में हैं।
कांग्रेस के सर्वाधिक उम्मीदवार
814 शहर निगमों में कांग्रेस से 135, बीजेपी से 130 और जेडीएस से 129 उम्मीदवार शामिल हैं। माना जा रहा है कि अधिकांश नतीजे सोमवार रात या मंगलवार सुबह तक आ जाएंगे।
गौरतलब है कि वर्ष 2013 में 4976 सीटों पर मतदान हुआ था और इसमें कांग्रेस को 1960, बीजेपी और जेडीएस को 905-905 सीटें मिली थीं। इसके अलावा निर्दलीय उम्मीदवारों को 1206 सीटें मिली थीं। विशेषज्ञों के मुताबिक इस चुनाव के परिणामों का एचडी कुमारस्वामी सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा जो अपने कार्यकर्ताओं के दबाव में आकर अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं। इसके बावजूद, इस नगर निकाय चुनाव में जिस पार्टी को ज्यादा सीटें मिलेंगी, उसका मनोबल आगामी लोकसभा चुनाव में जरूर ऊंचा रहेगा।