किसानों की नाराज़गी के बाद ऊर्जा मंत्री ने बिजली आपूर्ति का समय बदला, ये है नया समय
जबलपुर
सरप्लस पावर (Surplus Power) स्टेट मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में किसानों को सिंचाई (Irrigation) के लिए रात में बिजली दिए जाने से नाराज़ जबलपुर (Jabalpur) के किसानों ने आज उर्जा मंत्री से मुलाकात की. किसानों ने सिंचाई के लिए रात में बिजली दिए जाने का विरोध जताते हुए उन्हें अपनी अपनी परेशानी से अवगत कराया. दो दिवसीय प्रवास दौरे पर जबलपुर आए ऊर्जामंत्री प्रियव्रत सिंह ने किसानों से लंबी मुलाकात के बाद पहले की तरह दिन में 6 घण्टे जबकि रात में 4 घण्टे बिजली देने का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही किसानों को कम से कम 12 घण्टे बिजली दी जाएगी.
दरअसल कुछ दिन पहले मध्यप्रदेश पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी ने जिले में सिंचाई के लिए दी जाने वाली बिजली को दो शिफ्ट्स में बांट दिया था जिसके तहत किसानों को आधे माह दिन में जबकि आधे माह रात में बिजली दी जा रही थी. किसानों ने रात में बिजली दिए जाने को लेकर ऊर्जामंत्री प्रियव्रत सिंह से मुलाकात की, जिसके बाद ऊर्जामंत्री ने बिजली कंपनी को पहले की तरह रोजाना दिन में 6 और रात में 4 घण्टे बिजली देने के आदेश जारी कर दिए.
इधर किसानों को कम से कम 12 घण्टे बिजली दिए जाने की मांग पर ऊर्जामंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार अपने वचनपत्र के इस वादे को निभाने के लिए तकनीकि काम कर रही है और जल्द ही किसानों को कम से कम 12 घण्टे बिजली दी जाएगी.
वहीं जबलपुर के प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह ने किसानों को बकाया भुगतान और गेहूं खरीदी पर 160 रुपए प्रति क्विंटल का बोनस भी जल्द से जल्द दिलवाने का आश्वासन दिया है.
प्रियव्रत सिंह से मुलाकात के बाद किसान नेताओं ने चेतावनी दी है कि अगर किसानों की सभी समस्याएं एक माह के भीतर नहीं सुधारी जाती हैं तो किसान बड़ा आंदोलन करेंगे.