चीन झटका, ग्‍लोबल टाइम्‍स को विदेशी राजन‍यिक मिशन का दर्जा: अमेरिका

चीन झटका, ग्‍लोबल टाइम्‍स को विदेशी राजन‍यिक मिशन का दर्जा: अमेरिका

वॉशिंगटन
भारत, अमेरिका और ऑस्‍ट्रेलिया के साथ चल रहे तनाव के बीच जहर उगल रहे चीनी मीडिया संगठनों को ट्रंप प्रशासन ने बड़ा झटका द‍िया है। अमेरिका ने चीन के 4 मीडिया संगठनों सीसीटीवी, चाइना न्‍यूज सर्विस, पीपल्‍स डेली और ग्‍लोबल टाइम्‍स को विदेशी राजन‍यिक मिशन का दर्जा देने का फैसला किया है। अमेरिका ने कहा कि ये चारों संगठन के राजनयिक नियंत्रण में हैं।

अमेरिका के विदेश विभाग के पूर्वी एशिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र के सहायक मंत्री डेविड स्टिलवेल ने सोमवार को कहा क‍ि इन चारों चीनी मीडिया संगठनों को अमेरिका में अपने कर्मचारियों और परिसंपत्तियों के बारे में विदेश विभाग को बताना होगा। उन्‍होंने कहा, 'ये चारों ही संस्‍थाएं स्‍वतंत्र मीडिया संस्‍थान नहीं हैं। ये संस्‍थान प्रभावी तरीके से चीन के कम्‍युनिस्‍ट पार्टी की ओर से प्रभावी तरीके से नियंत्रित किए जाते हैं। इन्‍हें प्रोपेगेंडा संगठन के रूप में भी जाना जाता है।'

उन्‍होंने कहा कि इस कार्रवाई से सूचनाओं के प्रवाह के नियंत्रण में पारदर्शिता आएगी। यह न केवल उनके सरकारी दुष्‍प्रचार संगठनों में बल्कि चीन में समाचार इकट्ठा कर रहे वैध पत्रकारों में भी आएगा। ऐसा दूसरी बार है जब अमेरिका ने चीन के मीडिया संस्‍थानों को विदेशी संगठन का दर्जा दिया है। साथ ही चीनी संगठनों से उनके कर्मचारियों और संपत्तियों का विवरण मांगा है।

अमेरिका ने यह कार्रवाई ऐसे समय पर की है जब चीनी मीडिया संगठनों ने न केवल अमेरिका बल्कि भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ मनोवैज्ञानिक युद्ध छेड़ रखा है। स्टिलवेल ने कहा, 'चीन की कम्‍युनिस्‍ट पार्टी जहां हमेशा से ही चीन की आधिकारिक न्‍यूज एजेंसी को नियंत्रित करती है लेकिन शी जिनपिंग के राष्‍ट्रपति बनने के बाद पिछले कुछ सालों में यह नियंत्रण और ज्‍यादा बढ़ा है।'

स्टिलवेल ने कहा, 'ये संगठन केवल प्रोपेगेंडा से ज्‍यादा कर रहे हैं।' इससे पहले अमेरिका ने चीन के 5 अन्‍य मीडिया संस्‍थानों को विदेशी मिशन का दर्जा दे दिया था। यही नहीं अमेरिका में काम कर रहे चीनी पत्रकारों की संख्‍या भी सीमित कर दी थी। इसके बाद चीन ने अमेरिका के कई पत्रकारों को देश छोड़कर जाने के लिए कह दिया था।