छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है महागठबंधन

छत्तीसगढ़ में भाजपा-कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है महागठबंधन

रायपुर 
छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में महागठबंधन नए सियासी समीकरण बनाने के लिए चुनावी मैदान में ताल ठोक रहा है. यह महागठबंधन राज्य में दो मुख्य विपक्षी दलों भाजपा और कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता है.

बता दें कि सूबे में राजनीतिक समीकरण बहुत तेजी के साथ बन और बिगड़ रहे हैं. कांग्रेस से बगावत कर पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने अपनी नई राजनीतिक पार्टी बनाई है. इस विधानसभा चुनाव में अजीत जोगी ने बसपा और सीपीआई के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का निर्णय किया है. इस चुनाव में जोगी कांग्रेस को 55 बसपा को 33 और सीपीआई को 2 सीटें मिली हैं. सभी दलों ने अपने प्रत्याशियों ने नाम की घोषणा कर दी हैं.

इस दौरान सीपीआई ने बस्तर संभाग में बगावती तेवर दिखते हुए बटवारे में मिली 2 सीटों के अलावा भी 3 सीटों पर प्रत्याशियों को मैदान में उतारा हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि सीपीआई का यह बगावती तेवर महागठबंधन के लिए परेशानी का सबब हो सकता है.

चुनावी पंडितों का मानना है कि महागठबंधन सूबे में करीब 30 से 35 विधानसभा की सीटों पर सीधा असर डाल सकता हैं. सूबे में सामान्य वर्ग की 51 सीटें, एसटी वर्ग की 29 सीटें और 10 सीटें एससी वर्ग के लिए आरक्षित हैं. एसएसी और एसटी वर्ग की सीटों पर महागठबंधन का प्रभाव साफ तौर पर देखा जा सकता है. फिलहाल यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव में महागठबंधन कितना असर दिखा पाता है.