छिंदवाड़ा में सोमवार रात लोकायुक्त पुलिस ने की छापेमार कार्रवाई

छिंदवाड़ा में सोमवार रात लोकायुक्त पुलिस ने की छापेमार कार्रवाई

छिंदवाड़ा
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के गृह जिले छिंदवाड़ा में सोमवार रात लोकायुक्त पुलिस ने छापेमार कार्रवाई की । जहां टीम को देखते ही रिश्वत मांगने वाले पुलिसकर्मी मौके से फरार हो गए।लेकिन पुलिस ने पीछा करके 1 लाख रुपये और छिंदवाड़ा की कोतवाली में  पदस्थ महिला पीएसआई को पकड़ लिया।आरोप है कि पुलिसकर्मियों द्वारा हथियार तस्करी के आरोपी से मामले निपटने को लेकर रिश्वत की मांग की गई थी। बताया जा रहा है कि छिंदवाड़ा पुलिस पर अवैध हथियार जैसे संगीन मामले में भी जमकर रिश्वतखोरी के आरोप लगते रहे हैं।घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।

दरअसल , पिछले कुछ दिनों से कोतवाली पुलिस जिले में होने वाले अवैध हथियार के कारोबार को खुलासा करने में जुटी हुई है। इसकी पड़ताल के दौरान कोतवाली पुलिस ने करीब 32 से अधिक कट्टे, माउजर, पिस्टल सहित अन्य तरह के हथियार भी जब्त करते हुए आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही आगे भी मामले की जांच की जा रही है। इस मामले में न्यूटन निवासी गुलफाम अंसारी ने मीडिया से चर्चा करते हुए बताया कि भाई गुलबादशाह को इस मामले में आरोपित न बनाया जाए इसके लिए कोतवाली थाने में पदस्थ एक महिला अधिकारी, एक आरक्षक और एक सैनिक रिश्वत में 3 लाख रुपए मांग रहे थे। चर्चा है कि आरक्षक ने 1 लाख में तय हुआ। सौदा तय होने के बाद सोमवार को तीनों पुलिस कर्मी न्यूटन पहुंचे। जहां रुपए का लेन-देन होने के बाद तीनों पुलिस कर्मी वाहन से लौट रहे थे कि तभी लोकायुक्त टीम ने उन्हें रोकने का प्रयास किया, लेकिन वाहन चालक ने वाहन की रफ्तार बढ़ा दी। इसके बाद लोकायुक्त टीम द्वारा पुलिस कर्मियों के वाहन का पीछा किया गया।

उक्त वाहन को उमरानाला में पकड़ा गया। जहां वाहन में 1 लाख पाए गए तो वहीं आरक्षक मौके से भाग गया। साथ ही महिला अधिकारी और सैनिक मौके पर पाए गए। हालांकि इस मामले की जांच की जा रही है।वहीं उमरानाला चौकी में वाहन छोड़कर फरार हुए एक आरक्षक परवेज आजमी के खिलाफ लोकायुक्त ने प्राथमिकी दर्ज की है। इस ट्रेप के बाद देर शाम तक कोतवाली में  उथल पुथल रही।