थर्मल सेंटर सिस्टम के जरिए शिकारियों और वन अपराधों को रोकेंगे

थर्मल सेंटर सिस्टम के जरिए शिकारियों और वन अपराधों को रोकेंगे

जबलपुर
प्रदेश में वन्यजीवों के बढ़ते शिकार और उनके अंगों की तस्करी रोकने वन विभाग के अफसर अब ‘ई-आई’ थर्मल सेंटर सिस्टम के जरिए शिकारियों और वन अपराधों को अंजाम देने वालों पर न सिर्फ नजर रखेंगे, बल्कि उनकी धरपकड़ भी करेंगे। मप्र में पहली बार नेशनल पार्कों में ई-आई सिस्टम लगाया जा रहा है। गौरतलब है कि अभी तक राष्टÑीय उद्यानों में वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए तैनात गश्ती दल मैन पॉवर की कमी और घने जंगलों के कारण उतने कारगर रूप से निगरानी नहीं कर पाता था। जिसके चलते पेड़ों की अवैध कटाई और वन्यजीवों का शिकार करने वाले आसानी से अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते थे।

इस हाईटेक सिस्टम से वन विभाग के अफसर वन्यजीवों खासतौर पर ऐसे बाघों पर नजर रख सकेंगे जो अपनी टेरटरी से भटक कर ग्रामीण और आबादी वाले क्षेत्रों में प्रवेश कर जाते हैं। इस सिस्टम से तत्काल ही वन विभाग को अलर्ट मिल जाएगा कि वन्यजीव भटककर कहां गया है।

इस सिस्टम से वन विभाग नेशनल पार्कों में होने वाले अवैध अतिक्रमण व नए निर्माण के बारे में आसानी से पता कर सकेगा। ऐसा होने पर तत्काल ही अतिक्रमणकारियों पर कार्रवाई कर उन्हें रोका जा सकेगा।