दुबई में छिपा हो सकता है हवाला किंग, आईटी ले सकती है इंटरपोल की मदद

दुबई में छिपा हो सकता है हवाला किंग, आईटी ले सकती है इंटरपोल की मदद

जबलपुर
29 अगस्त 2018 को जबलपुर (Jabalpur) के कटंगा में 35 लाख नगदी के साथ गिरफ्तार किए गए आरोपी अमित शर्मा और सोनू मनवानी के तार बड़े हवाला स्कैंडल (Hawala scandal) से जुड़े हुए थे जिसका कनेक्शन दुबई समेत यूके और जॉर्जिया से मिला था. मामले का खुलासा हुए करीब एक साल का वक्त बीत चुका है लेकिन मुख्य सरगना सतीश संकपाल अब तक गिरफ्त से बाहर है. एसटीएफ के पाले से मामले की पूरी जांच अब आयकर विभाग के पाले में चली गई है. विभाग करोड़ों के हवाला रैकेट की जड़ों को खंगाल रहा है. पिछले साले जबलपुर में जब्त की गई 35 लाख रुपए की रकम जॉर्जिया के कसीनो या फिर दुबई में बड़े क्रिकेट सट्टे में खपाई जाने वाली थी लेकिन उससे पहले ही एसटीएफ के हत्थे चढ़ गई थी.

29 अगस्त 2018 को एसटीएफ के हत्थे चढ़े आरोपी अमित शर्मा और सोनू मनवानी इस पूरे हवाला रैकेट के मोहरे थे जिनका आका अब भी फरार चल रहा है. एसटीएफ की जांच में यह बात सामने आई थी कि फर्जी एक्सचेंज कंपनी बनाकर मुख्य सरगना सतीश संकपाल और उसका मैनेजर हितेश तोरवानी बड़े-बड़े लोगों की रकम जॉर्जिया के कैसीनो, हॉर्स राइड़िंग या फिर दुबई में लगाया करते थे. इसके लिए जबलपुर में लालचंद एक्सचेंज का इस्तेमाल किया जाता था.

चूंकि पूरा मामला हवाला और करोड़ों के हेर-फेर से जुड़ा था इस लिहाज से जांच अब आयकर विभाग द्वारा की जा रही है. सूत्रों के हवाले से यह भी जानकारी मिली है कि सतीश संकपाल के कनेक्शन में प्रदेष के कई नामचीन लोग और बड़े कारोबारी थे, जो अपनी काली कमाई का पैसा लगाया करते थे. यह भी जानकारी लगी है कि सतीश मूलतः शहडोल का रहने वाला है जो कभी चाय की दुकान लगाया करता था. एसटीएफ और आयकर विभाग के साथ कई एजेंसिया भी अब मामले की जांच में जुटी हुई हैं. सतीश के दुबई में होने के चलते अब इंटरपोल से भी मदद ली जा रही है. जबलपुर से चल रहा यह इंटरनेशनल हवाला रैकेट बेपर्दा तो हो गया है, लेकिन आरोपी गिरफ्त से कोसों दूर हैं.