दिल्ली में तीसरे दिन भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’, हल्की बारिश से प्रदूषण संबंधी समस्या भी बढ़ी
नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी में तीसरे दिन भी लगातार वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई और हल्की बारिश के कारण प्रदूषण की समस्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 413 दर्ज किया। एक्यूआई सूचकांक वायु गुणवत्ता 0-50 के बीच ‘अच्छी’ मानी जाती है। 51 से 100 के बीच यह ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘सामान्य’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401-500 के बीच इसे ‘गंभीर’ माना जाता है। सोमवार को एक्यूआई 412 और मंगलवार को 415 दर्ज की गई थी। विशेषज्ञों के अनुसार वायु गुणवत्ता इतनी ‘गंभीर’ थी कि स्वस्थ लोगों को भी सांस लेने में तकलीफ हुई और डॉक्टरों ने शारीरिक गतिविधि भी कम करने की सलाह दी है।
गाजियाबाद और नोएडा में भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार गाजियाबाद में एक्यूआई 429 दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है। फरीदाबाद में भी वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। उसके अनुसार दिल्ली में 29 इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘खराब’ श्रेणी में रही और आठ इलाकों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में दर्ज की गई। उसने कहा कि पीएम2.5 स्तर 257 और पीएम 10 स्तर 423 दर्ज किया गया।
केन्द्र संचालित वायु गुणवत्ता प्रणाली और मौसम अनुमान (सफर) ने कहा कि हल्की बारिश के कारण वायु गुणवत्ता में गिरावट दर्ज की गई है। सफर ने कहा, ‘‘तापमान में गिरावट आई है और हवा में अच्छी-खासी नमी है। नमी भरी वायु दिल्ली के कम तापमान वाले सतह से गुजर रही है और शांत हवाएं प्रदूषकों को छितराव करने से रोक रही है।’’ भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार अगले दो दिन तक वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ बनी रहेगी। तेज हवाएं चलने के बाद ही स्थिति में सुधार की संभावना है।