पंचतत्व में विलीन हुए जबलपुर के शहीद अश्विनी कुमार, पिता ने दी मुखाग्नि

जबलपुर
पुलवामा में शहीद जबलपुर के जवान अश्विनी कुमार पंचतत्व में विलीन हो गए हैं. उनके पिता ने उन्हें मुखाग्नि दी. शहीद अश्विनी कुमार के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ, वित्तमंत्री तरुण भनोट, पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान समेत कई नेता पहुंचे.
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शहीद अश्विनी कुमार को नमन किया. उनके साथ वित्तमंत्री तरुण भनोट और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी भी थे. वहीं पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने शहीद अश्विनी कुमार को कंधा दिया.
इससे पहले अलावा हजारों लोग अंतिम यात्रा में शामिल हुए. शनिवार दोपहर को अश्वनी कुमार का पार्थिक शरीर उनके पैतृक जिले जबलपुर पहुंच चुका. वहां स्थित सिहोरा इलाके के खुडावल गांव में अश्विनी के घर पर लोगों का तांता लगा हुआ था. लोगों ने कहा कि इस गांव के करीब 40 लोग सेना में हैं, यह शहीदों का गांव है. हम अश्विनी की शहादत को सलाम करते हैं.
शहीद अश्विनी के पिता सरकार से ईंट का जवाब पत्थर से देने की मांग कर रहे हैं. उनके पिता सुकरू प्रसाद कहते हैं, 'मेरा बेटा तो चला गया. लेकिन सरकार को थोड़ा आगे कार्रवाई करनी चाहिए. जैसा तुमने किया हमारे साथ वैसा ही करेंगे. ईंट का जवाब पत्थर से देना चाहिए. सेना को बलिदान चढ़ा दिया और आप देख रहे हो. अरे हमारे चार गए तो तुम्हारे दस लो.'
वहीं अश्विनी का मां कौशल्या का रो-रोकर बुरा हाल है. अश्विनी के भाई सुमंत लाल का कहना है, भाई से बहन के देवर की शादी में बात हुई और उसने बताया कि भैया मैं जम्मू जा रहा हूं.' उनके भाई रोते हुए शिकायत भी करते हैं कि मेरे अश्वनी कुमार में ही नहीं इस देश के हर जवान में जज़्बा है कि देश की सेवा करे, लेकिन सरकार में ये नहीं है. सरकार देश को जवानों को भर्ती करती है, बलिदान देने के लिए. उसका निराकरण निकालने के लिए नहीं.'
इससे पहले अश्विनी का पार्थिव शरीर कटनी के झुकेही से होते हुए सड़क मार्ग जबलपुर के सिहोरा इलाके के खुडावल ग्राम के लिए रवाना हुआ. कटनी पुलिस लाइन पर पुलिस कर्मियों समेत शहर के लोगों ने शहीद अश्विनी को श्रद्धाजंलि दी. श्रद्धाजंलि के बाद CRPF का वाहन जबलपुर के सिहोरा के लिए रवाना किया गया.