पन्ना है महंगा तो चुनिए इसका विकल्प
पन्ना एक कीमती रत्न है, जिसके चलते सभी इसे खरीदने में सक्षम नहीं होते। इसलिए इसके विकल्प के तौर पर जातक एक्वा मरीन, हरे रंग का फिरौजा या पेरिडॉट नामक रत्न धारण कर सकते हैं। जो पन्ना की अपेक्षा कम मूल्य उपलब्ध हो जाते हैं, यदि हरे रंग का अकीक मिल जाए तो उससे भी काम चल सकता है। ध्यान रहे कि पन्ना के साथ मूंगा और मोती कभी न धारण करें।
गुणकारी पन्ना
सभी रत्नों में पन्ना को काफी महत्व दिया जाता है, क्योंकि यह अत्यंत ही गुणकारी रत्न है। इसको धारण करने से चित्त की अशांति, मन की विकलता मिटती है। यदि इस रत्न को छात्र धारण करें तो बुद्धि तीक्ष्ण होती है।
रोगियों के लिए यह बलवर्धक एवं आरोग्यकारक होता है। जिस घर में पन्ना होता है वह घर धन-धान्य से परिपूर्ण रहता है। सुख वैभव में वृद्धि होती है, सुयोग्य संतान का सुख मिलता है। प्रेम बाधा शांत होती है तथा सर्प भय का नाश होता है।
पन्ना धारण करने वाले पर जादू-टोने का असर नहीं होता। यदि प्रतिदिन सुबह पन्ना को शुद्ध जल में 5 मिनट रखकर, उस पानी से आंख धोएं तो नेत्र रोग कभी नहीं होते। साथ ही आंखों में कोई अन्य रोग होता है तो वह भी दूर हो जाता है। वहीं अगर गर्भिणी स्त्री इस रत्न को अपनी कमर में बांध ले तो शीघ्र प्रसव होता है।
पन्ने का प्रयोग
जहां तक संभव हो पन्ना बुधवार को चांदी की अंगूठी में जड़वाकर धारण करना चाहिए। इसका वजन 3 रत्ती से कम नहीं होना चाहिए। इसे विधिपूर्वक उपासना करने के बाद ओम बुं बुद्धाय नमः मंत्र का नौ हजार बार जप करके किसी शुक्ल पक्ष के बुधवार को सूर्य उदय के 2 घंटे बाद धारण करना चाहिए।
वैसे पन्ना सोने की अंगूठी में भी पहनने का प्रचलन है, लेकिन यह चांदी के अंगूठी में ही लाभकारी सिद्ध होता है। इसे दाएं हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहनना चाहिए।