बिल्डरों की होगी ग्रेडिंग, पता चलेगा- फ्रॉड कौन

बिल्डरों की होगी ग्रेडिंग, पता चलेगा- फ्रॉड कौन

 
नोएडा 

नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद समेत यूपी के सभी बिल्डरों और उनके प्रॉजेक्टों की अब ग्रेडिंग की जाएगी। रियल एस्टेट रेग्युलेटरी अथॉरिटी (RERA) अपने यहां रजिस्टर्ड बिल्डरों और प्रॉजेक्ट को 0 से 5 के पैमाने पर ग्रेडिंग देगा। इससे घर खरीदारों को बेहतर ग्रेड वाला बिल्डर प्रॉजेक्ट चुनने में आसानी होगी। 
 
यूपी में रेरा के सचिव अबरार अहमद ने शनिवार को बताया कि बिल्डर और उनके प्रॉजेक्टों की ग्रेडिंग के लिए कंसल्टेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया हफ्तेभर में शुरू हो जाएगी। ग्रेडिंग का काम जनवरी के आखिर से शुरू होने की उम्मीद है। पहली ग्रेडिंग सितंबर 2019 तक आ सकती है। यह उस बिल्डर और प्रॉजेक्ट से जुड़े लोगों के फीडबैक पर आधारित होगी। 

इसका फायदा यह होगा कि रेरा से अगर किसी बिल्डर या उसके प्रॉजेक्ट को खराब ग्रेड मिलेंगे तो खरीदार उसके पास जाने से पहले सोचेगा। ऐसे में खराब ग्रेड वाला बिल्डर सुधार के लिए मजबूर हो जाएगा। अगली ग्रेडिंग में अच्छी रैंक भी मिल सकती है। इस तरह से किसी बिल्डर और उसके प्रोजेक्ट का ट्रैक रेकॉर्ड भी परखा जा सकेगा। यूपी में 427 प्रॉजेक्ट ऐसे हैं, जिन्होंने अब तक एडिटिंग फीस नहीं दी है। 31 दिसंबर तक फीस न देने पर रेरा इन्हें अनरजिस्टर्ड कर देगा। 

ई-कोर्ट में सुनवाई, मोबाइल ऐप भी जल्द आएगा 
रेरा के मामलों की ऑनलाइन सुनवाई के लिए सॉफ्टवेयर बन रहा है। डेढ़ महीने में मोबाइल ऐप भी आएगा। लोग अपनी शिकायतें और उन पर हुए ऐक्शन देख सकेंगे। 

बिल्डरों के खातों की भी होगी जांच 
यूपी के सभी बिल्डरों के खातों की रेरा कंसल्टेंट से जांच कराएगा। अगर किसी प्रॉजेक्ट का पैसा दूसरी जगह लगाया गया होगा, तो पता चल सकेगा। 

4 पैमानों पर प्रोजेक्टों को परखेगा RERA 
• बिल्डर की आर्थिक हालत कैसी है, कितना कर्ज है?• उसके प्रोजेक्ट में कितनी लेटलतीफी हुई?• घर का पजेशन देने की क्या स्थिति है?• प्रोजेक्ट, प्रमोटर की कितनी शिकायतें दर्ज हैं?