बीजापुर में ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनी 15 गांवों की लाइफ लाइन

बीजापुर में ग्रामीणों के लिए मुसीबत बनी 15 गांवों की लाइफ लाइन

बीजापुर 
छत्तीसगढ़ के बीजापुर के 15 गांवों के 10 हजार से अधिक बाशिंदों को राहत दिलाने जिस सड़क का निर्माण कार्य शुरू किया गया था, वही सड़क अब इन बाशिंदों के लिए मुसीबत बनने वाली है. दरअसल कई सालों की मांग के बाद आवापल्ली से उसूर सड़क निर्माण कार्य शुरू किया गया था. निर्माण कार्य शुरू होने के चंद दिनों के भीतर ही रोक दिया गया. अब सड़क और पुल पुलिए के निर्माण के लिए जिन गड्ढों को खोदा गया था. वो उसी हाल में हैं. ऐसे में मानसून के शुरू होते ही ये गड्ढे इस इलाके के बाशिंदों के लिए मुसीबत का सबब बन जायेंगे.

उसूर ब्लॉक के ब्लॉक मुख्यालय आवापल्ली से उसूर को पक्के सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए इस इलाके के बाशिंदों की लम्बी और पुरानी मांग थी. इसी मांग को पूरा करते हुए सरकार ने आरआरपी 2 के तहत इस सड़क के निर्माण की स्वीकृति दे दी थी. 1 अक्टूबर 2018 को पीडब्ल्यूडी द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया. की स्टोन इन्फ्रा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा इस सड़क का निर्माण कार्य शुरू करने के चार महीने के भीतर ही बंद कर दिया गया. इस दौरान कंपनी द्वारा 8 करोड़ 36 लाख रुपये की लागत से बनने वाली साढ़े 12 किलोमीटर की इस सड़क के निर्माण के लिए सैंकड़ों गड्ढे खोद दिए गये हैं.