ये एक पेड़ बदल सकता है आपकी किस्मत !
वैसे तो आज के समय में वास्तु का प्रचलन काफी लोकप्रिय हो चुका है। लेकिन कई लोग ऐसे भी हैं जो वास्तु शास्त्र को लेकर मन में गलत धारणाएं बनाकर बैठे हैं। कई बार बिना जानें और समझें लोग इसका गलत तरह से इस्तेमाल कर लेते हैं तो उसका परिणाम उनको भुगतना पड़ता है और इसी वजह से वे वास्तु के नियमों को गलत समझ बैठते हैं। असल में वास्तुशास्त्र तोड-फ़ोड़ करना नहीं, बल्कि लैंड एनर्जी का पॉजिटिव तरीके से इस्तेमाल करना है।
वास्तु शास्त्र में घर और ऑफिस को लेकर बहुत सारी ऐसी चीज़ों के बारे में बताया गया है, जिसका प्रयोग करके आप अपने घर व ऑफिस को वास्तु दोष मुक्त रख सकते हैं। लेकिन हर उपाय का इस्तेमाल व्यक्ति पूरे नियमों के मुताबिक ही करना चाहिए। आज हम आपको बताएंगे कि कैसे एक सही ढ़ग से पेड़ लगाने पर आपको वास्तु दोष से मुक्ति मिल सकती है। वैसे तो पेड़ लगाने से वातवरण शुद्ध होता है। लेकिन आज आपको सही दिशा के बारे में बताएंगे।
वास्तु शास्त्र में बताया गया है कि घर की पूर्व दिशा में बरगद का पेड़ लगाने से परिवार में सुख शांति बनी रहती है।
एक बात का ध्यान हमेशा रखना चाहिए कि कांटेदार पौधे व पेड़ों को नहीं लगाना चाहिए, इससे घर में रोग पनपते हैं।
घर की दक्षिण दिशा में गूलर का पेड़ और फलदार वृक्ष लगाने से शुभ फल मिलता है।
उत्तर दिशा में गूलर और नींबू का पेड़ होने से आंखों से संबंधित बीमारियां होती हैं।
पूर्व और उत्तर दिशा में फलदार पेड़ लगाने से संतान पीड़ा अथवा बुद्धि नाश होता है।
घर में तुलसी का पौधा हमेशा पूर्व या उत्तर दिशा में लगाना चाहिए। अगर घर के दक्षिण कोने में तुलसी का पौधा हो तो वे परिवार वालों को कठोर यातना देता है।