राहुल गांधी आज आप से गठबंधन पर कर सकते हैं कार्यकर्ताओं से बात
नई दिल्ली
लोकल यूनिट के मना करने के बाद भी दिल्ली में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के गठबंधन के कयास खत्म नहीं हुए हैं। अभी भी कहीं न कहीं गठबंधन की सुगबुगाहट है। ऐसे में चुनाव घोषणा के अगले दिन दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा प्रदेश कांग्रेस के बूथ प्रेजिडेंट को संबोधित करने जा रहे हैं। उम्मीद जताई जा रही है कि यहां पर राहुल खुद गठबंधन को लेकर सीधे अपने कार्यकर्ताओं से बात कर सकते हैं। प्रदेश कांग्रेस इस सम्मेलन को लेकर पूरी तैयारी में जुटी हुई है। दिल्ली से राहुल गांधी चुनाव का बिगुल फूंकेंगे।
मोदी को हराने के लिए कांग्रेस पर अपने बाकी सहयोगियों से दिल्ली में गठबंधन के लिए दबाव डाला जा रहा है लेकिन, प्रदेश कांग्रेस इसके लिए तैयार नहीं है। पिछले हफ्ते राहुल गांधी के साथ बैठक में दिल्ली प्रदेश यूनिट ने गठबंधन से इनकार कर दिया था और राहुल ने भी इसमें अपनी सहमति जता दी। इसके बाद दिल्ली में आप और कांग्रेस में गठबंधन की बातें लगभग खत्म मानी जा रही थीं लेकिन शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष शीला दीक्षित का सोनिया गांधी के साथ हुई मुलाकात ने एक बार फिर से गठबंधन के कयास को हवा दे दी है और कहा जा रहा है कि फिर से इस पर चर्चा शुरू हो गई है।
राहुल के संबोधन पर सबकी नजर
अब सोमवार को प्रदेश कांग्रेस द्वारा आयोजित बूथ प्रेजिडेंट सम्मेलन में राहुल गांधी के संबोधन पर सबकी नजर होगी। देखने वाली बात होगी कि राहुल यहां पर केवल मोदी को निशाने पर लेते हैं या उनका हमला केजरीवाल की तरफ भी होता है। एक्सपर्ट का कहना है कि राहुल गांधी इस मौके को हाथ से नहीं जाने देंगे, वह यहां पर गठबंधन को लेकर कुछ बातें जरूर करेंगे। हो सकता है कि गठबंधन का अंतिम फैसला यहीं से हो।
12 से 13 हजार बूथ प्रेजिडेंट के आने की संभावना
हालांकि, एक एक्सपर्ट का कहना है कि राष्ट्रीय कांग्रेस की सोच अलग है, वह इस चुनाव को काफी गंभीरता से ले रही है और एक-एक सीट पर आकलन कर रही है। इसी के तहत गठबंधन की भी बातें की जा रही हैं। वहीं कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में चुनाव 12 मई को है, अब दोनों पार्टियों को गठबंधन के लिए और समय मिल गया है, वे चुनाव के काफी करीब जाकर इसकी घोषणा कर सकते हैं। इस सम्मेलन को लेकर कांग्रेस ने पूरी तैयारी की है, कई कमिटियां बनाई गई हैं। बताया जा रहा है कि इस सम्मेलन में 12 से 13 हजार बूथ प्रेजिडेंट आ सकते हैं।