राहुल गांधी के कर्ज माफी के वादे पर पीएम मोदी का पलटवार, बोले- कर्नाटक में किसानों को भेजा जा रहा है वारंट

राहुल गांधी के कर्ज माफी के वादे पर पीएम मोदी का पलटवार, बोले- कर्नाटक में किसानों को भेजा जा रहा है वारंट

झाबुआ
सत्ता मिलने पर 10 दिन में किसानों का कर्ज माफ करने के कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के वादे पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पलटवार किया है. पीएम मोदी ने कहा कि कर्नाटक चुनाव में कर्ज माफी का वादा किया गया था लेकिन अब किसानों को कर्ज चुकाने के लिये नोटिस या जेल भेजने के लिये वारंट निकाले जा रहे हैं. मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के प्रचार के सिलसिले में आदिवासी बहुल झाबुआ में आमसभा को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस वालों ने वादा किया था कि वो किसानों का कर्ज माफ करेंगे. कर्नाटक में वोट तो ले लिये, सरकार भी बना ली.
मोदी ने कहा, ''अब ब्याज माफ करने की, कर्ज माफ करने की बात तो छोड़ो. किसानों को जेल भेजने का वारंट निकाल रहे हैं, वारंट कि आपने पैसा जमा नहीं कराया तो जेल जाने की तैयारी करो. किसान अपना घर छोड़-छोड़ कर भागे घूम रहे हैं और आज कर्नाटक में किसान आंदोलन चल रहा है.''
पीएम ने कहा कि किसानों की मांग पर वहां के मुख्यमंत्री कहते हैं कि आपको यहां किसने बुलाया. ये तो गुंडे लोग हैं. यह कांग्रेस का चरित्र देखिये. अभी चार माह पहले वोट बटोर लिये थे. आज उन्हीं किसानों को गुंडे कहकर जुल्म करने की दिशा में, जेलों में बंद करने की दिशा में काम कर रहे हैं.
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी मध्य प्रदेश में लगातार अपनी चुनावी सभाओं में प्रदेश में पार्टी की सरकार बनने पर दस दिन के अंदर किसानों का कर्ज माफ करने का वादा कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि ऐसा ही एक ड्रामा कांग्रेस ने 2008 में किया था. 2009 के चुनावों में गाजे बाजे के साथ ढोल पीटा गया था, किसानों का कर्ज माफ करेगें. 6,000 अरब रुपये का कर्ज था देश के किसानों का.
उन्होंने कर्ज माफी के नाम पर चुनाव में वोट तो ले लिये लेकिन 6,000 अरब रुपये के सामने 60 हजार करोड़ का कर्ज भी माफ नहीं किया. यह बात बाहर नहीं आई क्योंकि 2009 में वह चुनाव जीत गये. पीएम मोदी ने कहा कि उस समय कोयला, टू जी, हेलीकॉप्टर, पनडुब्बी, राष्ट्रमंडल (सीडब्लयूजी) घोटाले हवा में थे इसलिए किसानों के साथ हुआ धोखा चर्चा में नहीं आया.

मोदी ने आरोप लगाया कि कैग की रिपोर्ट में 40 लाख ऐसे नकली लोग निकले जिनका कर्ज माफी का कारण ही नहीं बनता था, लेकिन उनके यार दोस्तों ने खाते में रुपये डाल कर लूट मचाई. कैग ने इसे पकड़ लिया. उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं, जब सभी बातें पकड़ में आयीं तो उनका एक नया खेल सामने आया कि करीब सवा करोड़ लोगों को सर्टिफिकेट ही नहीं दिया कि आपका कर्ज माफ हो गया. इसका परिणाम यह हुआ कि इन किसानों को जिंदगी भर के लिए कर्ज लेने से मनाही हो गई और उनकी जिंदगी तबाह हो गई.
कर्ज माफी को लेकर किसानों से झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए मोदी ने कहा, ''कांग्रेस के ये झूठे वादे और तरीके हैं. ये देशद्रोह, किसान द्रोह है. ये कभी भी माफ करने जैसा काम नहीं है.''