राहुल गांधी के सामने ही भिड़ गए ज्योतिरादित्य और दिग्विजय सिंह, जमकर हुई तू-तू मैं-मैं

राहुल गांधी के सामने ही भिड़ गए ज्योतिरादित्य और दिग्विजय सिंह, जमकर हुई तू-तू मैं-मैं

भोपाल 
मध्य प्रदेश में टिकटों के बंटवारे को लेकर राहुल गांधी के सामने ही दिग्विजय सिंह और ज्योतिरादित्य  सिंधिया में जमकर तू-तू मैं-मैं हुई. सूत्रों के मुताबिक दोनों के बीच बहस इतनी तेज़ होने लगी कि राहुल गांधी भी नाराज़ हो गए. बाद में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दोनों के बीच मतभेद सुलझाने के लिए अहमद पटेल और अशोक गहलोत सरीखे वरिष्ठ नेताओं की एक कमेटी बना दी. शिवराज चौहान को हराने के लिए पूरा दम लगाने का दावा करने वाले राहुल के लिए पार्टी नेताओं में फूट बड़ी समस्या बन गई है.

एमपी कांग्रेस में एक मशहूर जुमला है. वह ये की यहां कांग्रेस बीजेपी से नहीं बल्कि खुद कांग्रेस से ही हार जाती है. प्रदेश में गुटों में बंटी कांग्रेस में इस बार भी हालात सामान्य नहीं हैं.अपनी पसंद के उम्मीदवार को टिकट दिलाने को लेकर प्रदेश के दो बड़े नेताओं में राहुल गांधी के सामने ही झगड़ा हो गया. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और सीएम बनने की चाह रखने वाले सिंधिया ने अपने समर्थकों को टिकट दिलाने के लिए राहुल की अध्यक्षता वाली बैठक में ही तू-तू मैं-मैं कर लिया.

सिंधिया के गढ़ गुना और दिग्गी के गढ़ राघोगढ़ में ज्यादा दूरी नहीं है लिहाज़ा आस-पास की विधानसभा सीटों पर दोनों के समर्थक टिकट मांग रहे हैं. इसके अलावा भी राज्य के कई हिस्सों में दोनों के समर्थकों के बीच तनातनी है. यही तनातनी राहुल गांधी के सामने खुलकर आ गई.

सिर्फ एमपी ही नहीं, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भी टिकट बंटवारे को लेकर मतभेद सामने आया है. छत्तीसगढ़ में प्रभारी पुनिया और भूपेश बघेल में तनातनी है. बघेल ने तो अपनी बात न माने जाने की हालत में इस्तीफा देने तक कि धमकी दे दी है. राजस्थान में भी प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और प्रभारी अविनाश पांडे के बीच तकरार है. बीजेपी ने इन खबरों को राहुल की नेतृत्व क्षमता से जोड़ दिया. पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि राहुल लाचार हैं और उनके सामने ही पार्टी नेता लड़ रहे हैं.

राहुल गांधी ने एमपी में दिग्गी, कमलनाथ और सिंधिया को एक मंच पर लाकर एकता का संदेश दिया था. राजस्थान में भी सचिन पायलट और अशोक गहलोत को राहुल ने एक मोटरसाइकिल पर बैठा दिया था लेकिन जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आ रहे हैं पार्टी नेताओं के बीच गुटबाजी साफ दिख रही है. फिलहाल समस्या के समाधान के लिए अशोक गहलोत, वीरप्पा मोइली और अहमद पटेल की तीन सदस्यीय कमेटी बना दी है.

एमपी के दो दिग्गज राजाओं के बीच जुबानी जंग शुरू हो गई है और अगर जल्दी ही राहुल गांधी ने इसका हल नहीं निकाला तो राज्य में सत्ता में वापसी के राहुल के ख्वाब पर पलीता लगना तय है.