लॉकडाउन में अमेजॉन-फ्लिपकार्ट को होम डिलीवरी की अनुमति देने पर चैंबर ने जताया विरोध

रायपुर
राजधानी में आज से तीसरे चरण का लॉकडाउन शुरू हो गया है और तीसरे चरण के लॉकडाउन में ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट को आॅनलाइन डिलीवरी की अनुमति दी गई है। छत्तीसगढ़ चैम्बर आॅफ कॉमर्स एण्ड इंडस्ट्रीज ने अनुमति देने पर विरोध जताते हुए कलेक्टर डॉ. एस.भारतीदासन से व्यापारियों को भी दुकानों को खोलकर व्यापार करने की अनुमति देने की मांग की है।
चैम्बर के प्रदेश अध्यक्ष अमर पारवानी ने कलेक्टर को अवगत कराया कि उनकी ओर से जारी किए गए पत्र क्रमांक/476/अ.जि.द/एस. डब्ल्यू./2021 रायपुर, 24 अप्रैल में अमेजॉन और फ्लिपकार्ट इत्यादि को गैर आवश्यक वस्तुओं की होम डिलीवरी की अनुमति प्रदान की गई है। जब बाजार बंद है तो ऐसे में अमेजॉन और फ्लिपकार्ट इत्यादि कंपनियों को बिक्री की अनुमति देना अनुचित है। अमेजॉन और फ्लिपकार्ट से गैर आवश्यक वस्तुओं जैसे मोबाईल, कम्पयूटर, ए.सी, फ्रिज, गैस स्टोव, फर्निचर, खिलौने, स्पोर्ट समाग्री, स्टेशनरी, कपड़े, ब्यूटी प्रोटक्स, हेल्थ सेप्लीमेन्टर होम एप्लायंसेस और बहुत से इलेक्ट्रीकल और इलेर्क्ट्निक वस्तुओं की सप्लाई करती हैं। पारवानी ने कहा कि ऐसे लॉकडाउन अवधि में इन्हें व्यापार के लिए अनुमति देना स्थानीय परंपरागत व्यापारी समाज के लिए हितकर नहीं होगा, क्योंकि स्थानीय व्यापारियों ने शादी और गर्मी के सीजन को देखते हुए बहुत सी आवश्यक वस्तुओं का काफी स्टाक जमा कर रखा है, लेकिन यदि अमेजॉन और फ्लिपकार्ट कंपनियों को इन वस्तुओं की डिलीवरी प्रदान की जाती है तो स्थानीय व्यापारियों के पास मौजूदा स्टाक जाम हो जाएगा और उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ेगा।
पारवानी ने कहा कि हम आपसे निवेदन करते है कि इन अमेजॉन और फ्लिपकार्ट कंपनियों को तत्काल प्रभाव से इनकी सेवाओं को बंद करने का आदेश दिया जाना चाहिए। पारवानी ने कलेक्टर से अपील की है कि इस लॉकडाउन अवधि में जो भी आवश्यक, गैर आवश्य और औद्योगिक जिनको भी व्यापार-व्यवसाय करने की अनुमति मिली है। इन सभी को बैकिंग की अनुमति दी जाए ताकि वो अपना लेने-देन कर सकें और सप्लाई चेन बना रहे। क्योंकि आज हम व्यापारीवर्ग कोरोना काल के विकट और विपरित परिस्थितियों में शासन द्वारा जारी सभी नियमों और दिशा निदेर्शों का पूरा पालन करते हुए शासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर कार्य करने के लिए संकल्पित हैं।