वन विभाग के एसडीओ की दबंगई, हैंडपंप लगा रही मशीन को किया जब्त
सीधी
मध्य प्रदेश के सीधी जिले के चुरहट क्षेत्र में वन विभाग के एसडीओ की दबंगई सामने आई है. दो लाख रुपये की मांग पूरी नहीं होने पर एसडीओ ने आपसी रंजिश के कारण राजस्व भूमि पर हो रहे बोरिंग को वन विभाग की जमीन बता कर मशीन जब्त कर राजसात कर लिया. इस मामले से आहत पीड़ित ने जब जिला प्रशासन से इसकी शिकायत की लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद पीड़ित ने हाईकोर्ट में अपील की जहां से वन विभाग को मशीन छोड़ने का आदेश मिला, लेकिन विभाग के एसडीओ किसी की सुनने के लिए तैयार नहीं है.
सीधी जिले के मर्जी थाने के बघमरिया गांव में 20 मई को राजस्व भूमि में चंदा इकठ्ठा कर ग्रामीणों द्वारा हैंडपंप लगवाया जा रहा था. इस दौरान एसडीओ पीपीएस परिहार के निर्देश पर वन कर्मियों ने वन भूमि में उत्खनन का आरोप लगाकर बोरिंग सहित एक अन्य मशीन को जब्त कर लिया. इस कार्रवाई से नाराज ग्रामीण सहित मशीन के मालिक ने इसकी शिकायत जिला कलेक्टर से की तो जिला कलेक्टर ने राजस्व व वन विभाग की संयुक्त टीम बनाकर जांच करवाई.
जांच में पाया गया कि हैंडपंप उत्खनन कर रही मशीन राजस्व भूमि में काम कर रही थी, लेकिन आपसी रंजिश के चलते वन विभाग के एसडीओ पीपीएस परिहार मशीन को जब्त कर दो लाख रुपये की मांग कर रहे थे. मांग पूरी नहीं करने पर बोरिंग मशीन को राजसात कर मशीन सहित एक अन्य वाहन को वन नाका जमोड़ी में खड़ा कर तीन वन कर्मियों को रखवाली की जिम्मेदारी दे दी.
इस मामले की पीड़ित ने हाईकोर्ट में शिकायत की, जहां से राजसात की गई मशीन को छोड़ने का आदेश भी जारी हो गया, लेकिन कोई भी कोर्ट के आदेश की पालना करने को तैयार नहीं है. पीड़ित ने जिला कलेक्टर के सुझाव पर कोर्ट ऑफ कंडक्त का नया मामला दायर कर दिया है. इस मामले में वन विभाग कन्नी काटते हुए नजर आ रहा है.