विदेशी राजनयिकों के कश्‍मीर दौरे की योजना बना रहा भारत, पाकिस्तान को लगी मिर्ची

विदेशी राजनयिकों के कश्‍मीर दौरे की योजना बना रहा भारत, पाकिस्तान को लगी मिर्ची

इस्‍लामाबाद
पाकिस्‍तान ने आरोप लगाया है कि भारत इस दौरे के जरिए कश्‍मीर की झूठी और भ्रामक तस्‍वीर पेश करना चाहता है। पाकिस्‍तानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता ने कहा कि यह दुनिया को 'भ्रमित करने के भारत के प्रयासों का हिस्‍सा है।' भारत के करीब डेढ़ साल बाद जम्‍मू-कश्‍मीर में विदेशी राजनयिकों के दौरे की योजना से पाकिस्‍तान 'लाल' हो गया है। आतंकियों को भेजकर कश्‍मीर में खून बहा रहे पाकिस्‍तान ने दावा किया कि भारत इसके जरिए दुनिया का ध्‍यान बंटाना चाहता है। पाकिस्‍तान ने कहा कि अगर विदेशी राजनयिकों को हुर्रियत नेताओं से मिलने दिया जाए तो असली तस्‍वीर सामने आएगी। 

उन्‍होंने कहा क‍ि भारत यह झूठा माहौल बनाने की कोशिश कर रहा है कि कश्‍मीर में हालात सामान्‍य हो गए हैं। पाकिस्‍तान ने दुनिया से मांग की कि वह भारत को कश्‍मीर मुद्दे को संयुक्‍त राष्‍ट्र के प्रस्‍तावों के अनुसार सुलझाने के लिए अनुरोध करें।भारत सरकार विदेशी राजनयिकों को कश्‍‍मीर दौरे पर ले जाने तैयारी कर रही| बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटने के लगभग डेढ़ साल बाद एकबार फिर भारत सरकार विदेशी राजनयिकों के प्रतिनिधमंडल को केंद्रशासित प्रदेश के दौरे पर ले जाने की तैयारी कर रही है। 

सूत्रों के अनुसार इसबार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर जाने वाले प्रतिनिधिमंडल में खाड़ी और यूरोपीय देशों के राजनयिक शामिल होंगे। बताया जा रहा है कि इस दौरे में विदेशी राजनियक हाल ही में निर्वाचित हुए डिस्ट्रिक्ट डिवेलपमेंट काउंसिल (डीडीसी) के कुछ प्रतिनिधियों से भी मुलाकात करेंगे।इस मुलाकात के जरिए सरकार डीडीसी चुनावों में हुई बंपर वोटिंग को जमीनी लोकतंत्र में स्थानीय लोगों का भरोसे और बाहरी ताकतों को नकारने के तौर दिखाने की कोशिश करेगी। जम्मू-कश्मीर जाने वाले राजनयिकों को सुरक्षा एजेंसियां राज्य में सुरक्षा हालात की जानकारी भी देंगी, सीमापार से आतंकवाद के बारे में भी राजनयिकों को जानकारी दी जाएगी। 

सभी राजनयिक श्रीनगर के साथ-साथ जम्मू का भी दौरा करेंगे। गत 5 अगस्त 2019 को अनुच्छेद 370 हटने के बाद से घाटी के दौरे पर जाने वाला यह तीसरा प्रतिनिधिमंडल होगा। इससे पहले अक्टूबर 2019 में यूरोपियन संसद के 27 सदस्यों का एक डेलिगेशन एक निजी थिंक टैंक के बुलावे पर कश्मीर गया था, 2020 की शुरुआत में भी विदेशी राजनयिकों का डेलिगेशन राज्य के दौरे पर गया था। यह दौरा ऐसे वक्त में हो रहा है जब पाक आर्मी चीफ कमर बाजवा ने हाल ही में कहा है कि पाकिस्तान हर दिशा में शांति के लिए हाथ बढ़ाना चाहता है। हालांकि पाक पीएम इमरान खान भारत से लगातार राज्य के विशेष दर्जे को फिर से बहाल करने की मांग करते आ रहे हैं।