विश्व मुक्केबाजी में छठे खिताब की तलाश में मैरीकॉम
नई दिल्ली
भारत की स्टार मुक्केबाज़ और ओलंपिक पदक विजेता एमसी मैरीकॉम यहां आईजी स्टेडियम में बुधवार से शुरू हो रही आईबा महिला विश्व मुक्केबाजी चैम्पियनशिप-2018 में अपने छठे खिताब की तलाश में चुनौती पेश करेंगी। चैंपियनशिप में 48 किलोग्राम भार वर्ग में भारत की दिग्गज मुक्केबाज मैरीकॉम अपने छठे विश्व चैम्पिनयशिप खिताब की दौड़ में उतरेंगी। 35 साल की मैरीकॉम विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप में वर्ष 2002 अंताल्या, 2005 पोडोल्स्क, 2006 नयी दिल्ली, 2008 निंगबो सिटी, 2010 ब्रिजटाउन में स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं जबकि वर्ष 2001 स्क्रांटन में उन्होंने रजत पदक जीता था। 73 देशों की 300 मुक्केबाज 10 अलग-अलग भार वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती दिखाई देंगी। इन खिलाड़ियों की मौजूदगी से यह टूर्नामेंट पिछले साल भारत में ही आयोजित किए गए फीफा यूथ विश्व कप के बाद एकल स्पर्धा का सबसे बड़ा टूर्नामेंट भी होगा। चैम्पियनशिप के 10वें संस्करण में स्कॉटलैंड, माल्टा, बंगलादेश, केमैन आइसलैंड, डीआर कोंगो, मोजाम्बिक, सिएरा लियोन और सोमालिया जैसे देश पदार्पण कर रहे हैं।
एशियाई देशों के अलावा अमेरिका, प्यूर्ताे रिको और कुछ यूरोपियन देशों की मुक्केबाजों से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है। इस टूर्नामेंट की अहमियत इस बात से ही पता चलती है कि 12 देशों की खिलाड़ी एक सप्ताह पहले ही यहां आ चुकी हैं ताकि वह यहां के हालात से वाकिफ हो सकें और अन्य देशों के खिलाड़ियों के साथ समय बिता कर अहम दिन के लिए अपने आप को तैयार कर सकें। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा, मैं खुश हूं कि सभी मुक्केबाजों ने यहां अभ्यास सत्र के दौरान अच्छा समय बिताया। यह हमारी जिम्मेदारी है कि हम खिलाड़ियों को वो सब सुविधाएं दें जो चैम्पियनशिप के लिए जरूरी है और हम इसके लिए प्रतिबद्ध हैं। बीएफआई अध्यक्ष ने इस आयोजन की मेजबानी में समर्थन के लिए भारतीय सरकार, खेल मंत्रालय और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) का शुक्रिया अदा करते हुए कहा,इन सभी ने इस आयोजन को बेहद सफल बनाने के लिए अपना पूरा समर्थन हमें दिया है। वहीं 51 किग्रा में अमेरिका की वर्जिनिया फुच, 54 किग्रा में चीनी ताइपे की ली यिन तिंग, 57 किग्रा में चीन की यिन जुनहुआ, 60 किग्रा में फिनलैंड की मिरा पोटकोनेन, 64 किग्रा में भारत की सिमरनजीत कौर, 69 किग्रा में चीन की गुहोंग, 75 किग्रा में हॉलैंड की नाउच्का फोंटिजिन 81 किग्रा में चीन की वांग लिना और 81 किलोग्राम से अधिक वर्ग में चीन की ही मौजूदा विजेता यांग जियोली स्वर्ण पदक की दौड़ में सबसे आगे हैं। भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद मैरी कॉम और भारत की अन्य मुक्केबाज टूर्नामेंट में अच्छे प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त हैं। उन्हें उम्मीद है कि रिंग के बाहर से उन्हें प्रशंसकों का समर्थन मिलेगा। मैरीकॉम ने कहा, हमें घरेलू दर्शकों के सामने खेलने का फायदा मिलेगा। वह निश्चित तौर पर हमारा आत्मविश्वास बढ़ाएंगे। हम कैम्प में कड़ी मेहनत कर रहे और उम्मीद है कि हम अच्छा प्रदर्शन करेंगे।