संबल की राशि भी नहीं जमा करा रहे उपभोक्ता, कटने लगे कनेक्शन
मंदसौर.
पूर्व की सरकार ने भारी भरकम बिजली के बिलों से लोगों को राहत देने के लिए संबल योजना शुरु की थी। इसमें 200 रुपए प्रतिमाह बिल लोगों को दिए जा रहे थे, लेकिन यह राशि भी जमा कराने में विद्युत उपभोक्ता रुचि नहीं ले रहे है। योजना लागू होने से लेकर अब तक करोड़ो रुपयों की राशि उपभोक्ताओं पर बकाया है। ऐसे में कंपनी ने अब बकायादार उपभोक्ता के कनेक्शन काटने का अभियान शुरु कर दिया है।
इधर उपभोक्ताओं पर बकाया राशि के साथ ही संबल में आने वाले अंतर की राशि जो कंपनी को सरकार से मिलना है उसका भी औसत यही है। संबल योजना को लेकर कई तरह के कयास नई सरकार के गठन के बाद से लगाए जा रहे है, लेकिन अब तक इसे लेकर किसी प्रकार का कोई नया आदेश नहीं आया है। कांग्रेस ने 100 यूनिट तक 100 रुपए का बिल देने का वादा किया था। इसी कारण विभागीय अधिकारी भी नई सरकार के रुख का इंतजार कर रहे है। तीन माह में कंपनी की बकाया राशि १० करोड़ हो गई है।
मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के अनुसार बड़ी संख्या में उपभोक्ता संबल के बिल भी जमा नहीं कर रहे है। योजना के तहत लाभ उठा रहे उपभोक्ताओं में से 30 फीसदी उपभोक्ता ही बिल जमा कर रहे है। और उन पर पैनल्टी लग रही है। और कई उपभोक्ता के दो से तीन माह के बिल भी बकाया है। कंपनी ने अक्टूबर माह के करीब १ लाख 57 हजार 951 उपभोक्ता को 5 करोड़ 59 लाख 88 हजार 137 के जिले में संबल के तहत बिल जारी किए थे। जो इन्हें २०० रुपए के मान से राशि जमा कराना थी। लेकिन इसमें से सिर्फ 66 हजार 179 उपभोक्ताओं ने भी बिल की राशि जमा कराई। इससे कंपनी को 1 करोड़ 71लाख 5 हजार 813 रुपए प्राप्त हुए है, शेष राशि इसी माह की इन उप्भोक्ता पर बकाया है। इस योजना में पहले माह में 3, दूसरे में साढ़े तीन और तीसरे माह में 4 करोड़ की राशि का अंतर आया है। इसी तरह बड़े पैमानें पर संबल में भी राशि बकाया है।
100 यूनिट तक 100 रुपए के बिल का था वादा
चुनाव से पूर्व कांग्रेस ने १०० यूनिट तक सभी परिवारों को 100 रुपए प्रतिमाह का बिजली बिल देने का वादा किया था और इसे वचन पत्र में शामिल किया था। कांग्रेस ने इंदिरा गांधी गृह योजना के तहत बिजली बिल हॉफ का वादा चुनावी प्रचार में खूब चला था। अब असल में इसे लागू करने की चुनौती है। अब सरकार बनने के बाद विभाग में असंमजस्य में है और सरकार की और से आदेश का इंतजार है। संबल में २०० रुपए प्रतिमाह का बिल भी उपभोक्ता नहीं भर रहे है। हालांकि सरकार की और से अब तक विद्युत वितरण कंपनी से किसी भी प्रकार की जानकारी नहीं मांगी गई है।
दो लाख 44 हजार 205 उपभोक्ता
मध्यप्रदेश विद्युत वितरण कंपनी के जिला कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार जिले में दो लाख 44 हजार 205 उपभोक्ता है। इन उपभोक्ताओं में से एक लाख 57 हजार 951 उपभोक्ता संबल योजना में है। यानि की कुल उपभोक्ताओं में से 64.67 प्रतिशत उपभोक्ता संबल योजना मेंं है। संबल योजना के तहत 200 रूपए का बिल दिया जा रहा है, इसमें से भी आधे उपभोक्ता भी यह राशि जमा नहीं करा रहे है और बकाया राशि का आंकड़ा 10 करोड़ पार कर चुका है। इसके साथ ही कंपनी को अंतर की राशि सरकार से मिलने वाली का आंकड़ा भी 10 से 15 करोड़ का है जो कंपनी को सरकार से मिलना है।
कनेक्शन काटना शुरु किया
संबल योजना में उपभोक्ता की जिनकी राशि बकाया है और वह जमा नहीं कर रहे है। उनके कनेक्शन काटने की शुरुआत कर दी है। योजना में बड़ी मात्रा में उपभोक्ता बकाएदार है। सरकार की और से अंतर की राशि कितनी बकाया है, यह कंपनी स्तर का मामला है। -डीएस चौहान, एसई, विद्युत वितरण कंपनी, मंदसौर