सजा काट चुके बंदियों को भी सामान्य जिंदगी जीने का पूरा हक: दास

सजा काट चुके बंदियों को भी सामान्य जिंदगी जीने का पूरा हक: दास

 
रांची

झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि सजा काट चुके बंदियों को भी सामान्य जिंदगी जीने का पूरा हक है। सीएम दास ने यह बात गुरुवार को यहां राज्य सजा पुनरीक्षण परिषद् की बैठक में कही। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘किसी भी अपराधी ने जाने-अनजाने जो गलती की थी, उसकी सजा उसे मिल गई है। अब उसे समाज की मुख्यधारा में शामिल करना समाज के हर व्यक्ति का काम है। कोई भी व्यक्ति सम्मान के साथ जीवन जिए, यह हक उसे हमारा संविधान देता है।’

उन्होंने कहा कि कई सारे मामले ऐसे भी सामने आते हैं, जिसमें बंदी सजा काट लेते हैं, सजा पूरी हो जाती है लेकिन गरीबी के कारण कानूनी सहायता उपलब्ध नहीं होने के चलते वे बरी होने से वंचित हो जाते हैं। उन्होंने निर्देश दिए कि इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए हर तीन माह में परिषद् की बैठक करके ऐसे मामलों का तुरंत निपटारा करें।
 

इस बैठक में कुल 153 मामलों पर चर्चा हुई। एक-एक करके सभी मामलों पर विस्तार से बातचीत हुई। इसके बाद 141 बंदियों को रिहा करने पर सहमति बनी। बैठक में गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ सुनील कुमार वर्णवाल, डीजीपी कमल नयन चौबे, कारा महानिरीक्षक शशि रंजन समेत अन्य वरीय अधिकारी उपस्थित थे।