बच्चों की पढ़ाई के लिए दो नौकरी करते हैं आधे से ज्यादा पैरेंट्स!

नई दिल्ली
हाल ही में आई एक रिपोर्ट साबित करती है कि अपने बच्चों के लिए भरतीय पैरेंट्स अपनी खुशियों और आराम को भी त्याग देते हैं. रिपोर्ट के अनुसार करीब आधे पैरेंट्स बच्चों की यूनिवर्सिटी की पढ़ाई के लिए पैसे उधार लेते हैं और अपनी छुट्टियों का त्याग करते हुए ज्यादा काम करते हैं. यह रिपोर्ट एक एचएसबीसी ग्लोबल सर्वे के आधार पर तय की गई, जो 15 देशों के करीब 10 हजार पैरेंट्स और 1500 स्टूडेंट की जानकारी के आधार पर तैयार किया गया है. सर्वे में यह भी सामने करीब 84 फीसदी पैरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए अपनी इनकम पर ही निर्भर रहते हैं, वहीं 41 फीसदी पैरेंट्स के पास शिक्षा के लिए कोई स्पेशल फंड नहीं जोड़ा गया है.

कितना पैसा खर्च करते हैं पैरेंट्स
सर्वे के अनुसार भारतीय माता-पिता अपने बच्चों की पढ़ाई के लिए औसत 5560 डॉलर खर्च करते हैं. वहीं करीब 64 फीसदी पैरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए कर्ज का सहारा लेते हैं. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार आर्थिक दिक्कत के चलते कई पैरेंट्स बच्चों के लिए कई सुविधाएं त्याग देते हैं. पेरेंट्स बच्चों की पढ़ाई के लिए बाहर खाना ना खाकर, फिल्में ना देखकर पैसे की बचत करते हैं जबकि 59 फीसदी छुट्टी लेने से बचते हैं और 49 फीसदी ज्यादा काम करते हैं या पैसे कमाने के लिए दूसरी नौकरी का सहारा लेते हैं.