सेक्स फॉर सिलेक्शन: 'हॉस्टल' से चलती थी ट्रेनिंग

कानपुर
सिलेक्शन फिक्सिंग के आरोपों में घिरे यूपी क्रिकेट में एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, पूर्व सचिव राजीव शुक्ला के निजी सहायक (पीए) अकरम सैफी दिल्ली में क्रिकेटर्स के लिए कथित तौर पर ‘हॉस्टल’ चलाते थे। आरोप है कि सुविधाओं और ट्रेनिंग के बदले हर महीने मोटी रकम वसूली जाती थी। बाद में इन लड़कों को यूपी में अलग-अलग क्रिकेट टीमों में जगह दी गई।
को बीसीसीआई ने निलंबित कर जांच का ऐलान कर दिया है। इसके बाद अकरम ने भी इस्तीफा दे दिया। सूत्रों के अनुसार, यूपी क्रिकेट में अकरम का इतना रसूख था कि वो अपनी ‘मर्जी’ से टीम में खिलाड़ियों को अंदर-बाहर करवाता था।

आरोप है कि चयनकर्ता भी उनके इशारे पर नाचने को मजबूर थे। इसी कारण पिछले कई साल से जूनियर से सीनियर लेवल तक शानदार प्रदर्शन कर चुके लड़कों को टीम से अचानक बाहर कर दिया गया। उनकी जगह दूसरे प्रदेशों के लड़कों को टीम में जगह दी गई। बाद में पता चला कि ये लड़के दिल्ली में अकरम के ‘हॉस्टल’ में रहकर क्रिकेट की प्रैक्टिस करते थे। इसके संचालन में आईपीएल खेल चुके एक क्रिकेटर का भी हाथ है।

आंतरिक लोकपाल करेंगे जांच
उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (यूपीसीए) के मीडिया समन्वयक अहमद अली खान तालिब के अनुसार, आंतरिक लोकपाल चंद्रमौलि कुमार प्रसाद इस मामले की जांच करेंगे। आशंका है कि इस मामले में कुछ क्रिकेटर भी शामिल हो सकते हैं।