स्टूडेंट्स को भड़का रहा है जेएनयू टीचर्स असोसिएशन: जेएनयू
नई दिल्ली
जेएनयू प्रशासन का कहना है कि जेएनयू टीचर्स असोसिएशन (JNUTA) के कुछ मेंबर्स स्टूडेंट्स को गलत काम में लगा रहे हैं और जेएनयू प्रशासन के खिलाफ भड़का रहे हैं। प्रशासन ने यह भी कहा है कि कुछ टीचर्स और स्टूडेंट्स झूठी खबरें फैलाकर यूनिवर्सिटी की इमेज खराब कर रहे हैं।
प्रशासन का कहना है कि लाइब्रेरी फंड को लेकर यूनियन गलत बयानबाजी कर रही है। साथ ही, ऐडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक के 100 मीटर के अंदर प्रोटेस्ट करने की मनाही हाई कोर्ट ने की है मगर यूनियन इसका उल्लघंन कर रही है। साथ ही, जेएनयू के नियम भी कहते हैं कि ऐकडेमिक कॉम्प्लेक्स के 100 मीटर के भीतर भी प्रोटेस्ट नहीं किया जा सकता और लाइब्रेरी भी इसी दूरी के अंदर आती है।
गौरतलब है कि 17 दिसंबर को जेएनयू टीचर्स असोसिएशन की अगुवाई में कुछ स्टूडेंट्स और टीचर्स ने लाइब्रेरी के आगे प्रोटेस्ट किया। हालांकि, यूनियन का कहना है कि वे हाई कोर्ट के फैसले को मानते हुए ऐडमिन ब्लॉक से दूर प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार ने यह भी कहा है कि शांति पूर्ण माहौल के लिए प्रशासन हमेशा बातचीत के लिए तैयार है।
बता दें कि जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय पिछले 2 सालों से काफी विवादों में रहा है। पहले यह आरोप लगा था कि फरवरी 2016 में कथित तौर पर आतंकी अफजल गुरु के समर्थन में प्रोटेस्ट किया गया था और उसी समय कथित तौर पर भारत विरोधी नारे भी लगाए गए थे। इस मामले में कुछ जेएनयू स्टूडेंट्स को आरोपी बनाया गया था जिन पर देशविरोधी नारे लगाने का मामला चल रहा है।