स्लाटर हाउस निर्माण का विवाद फिर चर्चाओं में, मंत्री गोविंद-जयवर्धन लेंगे निर्णय

भोपाल
राजधानी के आदमपुर छावनी के पास प्रस्तावित स्लाटर हाउस निर्माण का विवाद तीन साल बाद फिर चर्चाओं में आ गया है। प्रस्तावित स्लाटर हाउस के निर्माण को लेकर अब राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत और नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री जयवर्धन सिंह निर्णय लेंगे। कांग्रेस सरकार आने के बाद अब राजधानी के कांग्रेस नेता इसके निर्माण को लेकर लगातार आपत्ति दर्ज करा रहे हैं। पहले नगर निगम परिषद की बैठक में कांग्रेस-भाजपा पार्षदों ने इसके विरोध में आवाज बुलंद की थी। वहीं भोपाल के ग्रामीण नेताओं ने भी मंत्रियों को प्रस्तावित स्लाटर हाउस निर्माण की जगह बदलने के संबंधी में पत्र दिए हैं। इस मसले को लेकर दोनों विभागों ने अपने-अपने प्रस्ताव बनाने भी शुरू कर दिए हैं।
आदमपुर छावनी गांव में प्रस्तावित स्लाटर हाउस बनाने को लेकर दो विभाग सीधे तौर पर जुड़े हैं। राजस्व विभाग ने स्लाटर हाउस निर्माण के लिए आदमपुर छावनी में जमीन आवंटन किया है। ऐसे में वे इस जमीन का आवंटन निरस्त कर दूसरी जगह पर निर्माण को लेकर नया प्रस्ताव बना सकते हैं। वहीं, नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग नए स्लाटर हाउस बनाने के लिए नई जगह अथवा पुराने स्लाटर हाउस को ही व्यवस्थित करने की योजना बना सकता है।
रायसेन रोड स्थित आदमपुर छावनी में प्रस्तावित स्लाटर हाउस के निर्माण के संबंध में करीब डेढ़ साल पहले जिला प्रशासन ने जमीन के आवंटन किया गया था। इस संबंध में कांग्रेस के ग्रामीण नेताओं ने राजस्व एवं परिवहन मंत्री गोविंद सिंह राजपूत को जमीन का आवंटन निरस्त करने के लिए मांग सौंपा है, क्योंकि प्रस्तावित क्षेत्र मां कंकाली धाम के आसपास का क्षेत्र है। इस पर मंत्री राजपूत ने आश्वस्त किया है कि ग्रामीणों के साथ किसी भी कीमत पर अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। इस संबंध में अफसरों से चर्चा उपरांत आगे का निर्णय लिया जाएगा। ग्रामीणों ने मांग पत्र में यह भी मांग की है कि स्लाटर हाउस के लिए आवंटित की जा रही जमीन पर भव्य गौशाला के निर्माण किया जाए।
करीब एक साल पहले स्थानीय भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा सहित हजारों ग्रामीणों ने मिंटो हॉल के पास एकत्रित होकर प्रस्तावित स्लाटर हाउस को मां कंकाली धाम से दूर करने के लिए पदयात्रा की थी। हजारों लोगों ने पदयात्रा के बाद राज्यपाल को इस मामले में निर्णय लेने को लेकर ज्ञापन भी सौंपा था। भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा शुरू से इस मामले में ग्रामीणों के साथ हैं कि कंकाली धाम के पास स्लाटर हाउस ना बनें।