हनी ट्रैप के चंगुल में फंसे सैन्यकर्मी ने पाकिस्तान को भेजी थीं खुफिया सूचनाएं, गिरफ्तार
जैसलमेर
राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक सैन्य कर्मी को हनी ट्रैप में फंसने और संवेदनशील खुफिया सूचनाओं को पाकिस्तान भेजने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि एक पाकिस्तानी महिला एजेंट के जाल में फंसकर सैन्यकर्मी ने वॉट्सऐप के जरिए उसे सेना से जुड़ी कुछ खुफिया सूचनाएं भेजी थीं, जिसकी जानकारी मिलने के बाद शुक्रवार शाम उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार सैन्यकर्मी को अब जयपुर लाकर उससे पूछताछ की जा रही है।
इस बारे में पुष्टि करते हुए राजस्थान के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (इंटेलिजेंस) उमेश मिश्र ने कहा कि इस केस में सैन्यकर्मी सोमवीर को शुक्रवार शाम गिरफ्तार किया गया, जिसके बाद उसे जयपुर लाकर पूछताछ करने की तैयारी की जा रही है। पिछले दिनों पुलिस और सेना को इस बात के इनपुट मिले थे कि सोमवीर सोशल मीडिया के जरिए कुछ खुफिया जानकारियों को पाकिस्तान भेज रहा है, जिसके बाद पुलिस की एक स्पेशल टीम और मिलिटरी इंटेलिजेंस के अधिकारी उस पर नजर रख रहे थे।
एजेंसियों को इस बात की जानकारी भी मिली थी कि वह सैन्यकर्मी पाकिस्तान की किसी महिला एजेंट के चंगुल में फंसकर सेना से जुड़ी खुफिया जानकारियों को उसे पहुंचा रहा है और इस महिला से वह अपनी ट्रेनिंग के दौरान मिला था। एडीजी के मुताबिक, जैसलमेर में अपनी तैनाती के दौरान सोमवीर ने उस महिला को कुछ संवेदनशील जानकारियां वॉट्सऐप के जरिए भेजी थीं। जब एजेंसियों को इसका पता चला तो अधिकारियों ने सोमवीर से इस संबंध में पूछताछ शुरू की।
इस पूछताछ के दौरान ही सोमवीर ने महिला एजेंट के संपर्क में होने और उसे खुफिया सूचनाएं पहुंचाने की बात स्वीकारी, जिसके बाद सेना ने उसे आगे की पूछताछ के लिए एजेंसियों को सौंप दिया। एडीजी ने बताया कि जयपुर में हुई पूछताछ में भी सैन्यकर्मी ने आईएसआई के संपर्क में होने की बात स्वीकार की। इसके साथ एजेंसियों को यह भी पता चला कि सोशल मीडिया के जरिए आरोपी सैन्यकर्मी ने पड़ोसी देश को कुछ खुफिया सूचनाएं भी दी थीं।
Army is providing all assistance to civilian authorities in the investigation related to the Army jawan who was arrested by Rajasthan Police: Defence PRO Col Sambit Ghosh https://t.co/tky9btyMck
— ANI (@ANI) January 13, 2019
एडीजी ने यह भी कहा कि सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए पाकिस्तानी एजेंसियों ने सैन्यकर्मी को पैसे भी दिए थे, जिसके बाद अब जयपुर में इस पूरे मामले को लेकर एक केस दर्ज किया गया है। एजेंसियों के अधिकारी यह भी पता लगा रहे हैं कि आरोपी सैन्यकर्मी ने पाकिस्तान से कौन-कौन सी जानकारियां दी थीं। इसके अलावा भारतीय सेना के अधिकारी भी स्थानीय प्रशासन और एजेंसियों को सैन्यकर्मी से पूछताछ में सहयोग कर रहे हैं।