हरियाणा प्राइवेट स्कूल संघ ने किया प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ खोलेंगे मोर्चा

हिसार
आज हरियाणा प्राईवेट स्कूल संघ द्वारा जिले के प्राईवेट स्कूल संचालकों ने अपनी मांगों के लिए क्रांति पार्क में इक्कठा होकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान स्कूल संचालकों ने बताया कि आज प्रदेश में 10 हजार स्कूल ऐसे हैं जो सरकार की कठोर नियमावली के कारण स्थाई मान्यता लेने से वंचित है और 6 हजार 800 स्कूूल ऐसे हैं जो बिल्कुल गैर मान्यता प्राप्त हैं।
 उन्होंने बताया कि 3200 स्कूल ऐसे है जिन्हें पिछले 10 साल से सरकार अस्थाई मान्यता देती आ रही है। भाजपा सरकार ने सत्ता में आने से पहले अपने घोषणा पत्र के माध्यम से वायदा किया था कि सत्ता में उनकी सरकार आने के बाद वे इन स्कूलों को स्थाई मान्यता देने का काम करेंगे। लेकिन सरकार के द्वारा आज तक उस घोषणा पत्र को उठा कर भी नहीं देखा गया है।

उन्होंने बताया कि मिड सेशन के अंदर 3200 स्कूलों को एक साल का समय नहीं दिया गया और गैर मान्यता वाले स्कूलों को स्कूल बंद करने के लिए नोटिस दिए जा रहे हैं। बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूलों को कम से कम 2 साल का समय दिया जाए क्योंकि ये वो स्कूल है जो कम फीस  में अच्छी शिक्षा देने का काम करते हैं। आज करीब 12 लाख बच्चे प्राईवेट स्कूलों में पढ़ रहे हैं और इन स्कूलों से करीब डेढ़ लाख अध्यापक अपना गुजारा करते हैं, यदि स्कूलों को बंद कर दिया जाएगा तो सभी बच्चों को भविष्य अधर में लटक जाएगा। 

अध्यापकों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि एक सप्ताह के अंदर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे रणनीति बनाकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल देंगे।