अखरोट खाएं, कम करता है डिप्रेशन का खतरा

अमेरिका में हुए एक अध्ययन के मुताबिक अखरोट खाने से अवसाद का खतरा कम और एकाग्रता का स्तर बेहतर होता है। कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधार्थियों ने अखरोट खाने वालों में अवसाद का स्तर 26 प्रतिशत कम, जबकि इस तरह की अन्य चीजें खाने वालों में अवसाद का स्तर आठ फीसदी कम पाया है। यह अध्ययन न्यूट्रेंट जर्नल में प्रकाशित किया गया है।


अध्ययन में पाया गया है कि अखरोट खाना शरीर की ऊर्जा में वृद्धि और बेहतर एकाग्रता से संबद्ध है। विश्वविद्यालय के प्रमुख शोधार्थी लेनोर ने बताया कि अध्ययन में शामिल छह में से हर एक वयस्क जीवन में कभी-न-कभी अवसाद ग्रस्त होगा। इससे बचने के लिए किफायती उपायों की जरूरत है, जैसे कि खानपान में बदलाव करना। लेनोर के अनुसार, अखरोट पर शोध पहले हृदय रोगों के संबंध में किया गया और अब इसे अवसाद के लक्षण से संबद्ध कर देखा जा रहा है।

अस्थमा से भी बचाव
एक अन्य अध्ययन में बताया गया है कि अखरोट खाने से अस्थमा होने का खतरा भी काफी हद तक कम हो जाता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, अखरोट में भरपूर मात्रा में विटामिन ई पाया जाता है जो अस्थमा के अटैक से बचाने में कारगर साबित होता है। अध्ययन के वरिष्ठ लेखक प्रोफेसर मिशेल हर्नानडेज ने कहा, जो लोग अपनी डाइट में विटामिन ई का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं उनमें अस्थमा और एलर्जी से होने वाली बीमारियों का खतरा बहुत हद तक कम हो जाता है। साथ ही विटामिन-ई उन्ही कोशिकाओं पर सबसे ज्यादा असरदार होता है, जो अस्थमा के इलाज के लिए महत्वपूर्ण होती हैं।