उफने आक्रोश की गूंज, खून के कतरे कतरे का लेंगे हिसाब

उफने आक्रोश की गूंज, खून के कतरे कतरे का लेंगे हिसाब

जबलपुर
शहीदों और भारत माता के रक्षक के नाम से पहचाने जाने वाले जबलपुर जिले के ‘खुड़ावल’ गांव में आज जैसे ही पुलवामा के अमर शहीद अश्विनी काछी का तिरंगे में लिपटा शव पहुंचा, समूचा क्षेत्र ‘भारत माता की जय’ के नारे से गूंज उठा।

फूूलों से सजे सेना के वाहन पर जैसी पुष्पवर्षा हुई, वैसी जबलपुर के इतिहास में कभी नहीं देखी गई। हजारों की जनमेदिनी के स्वर में ‘गर्व’ के साथ ‘आक्रोश’ के भी भाव थे। शहीद अश्विनी अमर रहे के  गगन भेदी स्वर के साथ ही ‘बूंद-बूंद का बदला लो’ नारे भी गूंज रहे थे। अश्विनी को श्रद्धांजलि देने आस पास के गांवों सहित दूर-दूर से लोग पहुंचे थे। शहीद तीर्थ बने खुड़ावल में अश्विनी के अंतिम दर्शन, अंतिम यात्रा में शामिल होने का जुनून सिर चढ़ कर बोल रहा था। 

खुड़ावल पहुंचने के पूर्व कटनी से लेकर सिहोरा तक रास्ते भर शव वाहन पर पुष्पवर्षा कर श्रद्धांजलि अर्पित की गई। शव वाहन को छूकर प्रणाम करने पूरे रास्ते लोग बेताब थे। शहीद का शव प्रयागराज (इलाहाबाद) तक सेना के विमान और फिर सेना के पुष्प सज्जित वाहन में रवाना हुआ। यहां सुबह से ही शहीद के घर में आने वालों का तांता लगा हुआ था। वित्त मंत्री तरुण भनोत, राज्यसभा सदस्य विवेक तन्खा, जिले के प्रभारी मंत्री प्रियव्रत सिंह कल ही खुड़ावल पहुंचे थे।

आज उन्होंने वहां की व्यवस्था पर पूरी नजर रखी। दोपहर बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ, उनकी केबिनेट के सदस्य, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, सेना-पुलिस के अधिकारी समेत बड़ी संख्या में प्रतिष्ठित जन पहुंचकर अंतिम संस्कार में हिस्सा लेंगे।