उम्मीदवार कोई भी हो, मेरा चुनाव समझ कर करना काम
इंदौर
इंदौर का लोकसभा उम्मीदवार तय करने में भाजपा की ओर से हो रही देरी को लेकर सांसद सुमित्रा महाजन ने चुनाव नहीं लडऩे की घोषणा कर दी। दो दिन तक चली गहमा-गहमी के बाद रविवार को भी टिकट के समीकरणों पर चर्चा का दौर चलता रहा। आलाकमान ने अब तक महाजन से कोई चर्चा नहीं की गई है। शाम को राऊ विधानसभा में बैठक लेने पहुंची महाजन ने कार्यकर्ताओं से कहा कि टिकट किसी को भी मिले, आप मेरा चुनाव समझकर काम करना।
राऊ विधानसभा के चारों शहरी वार्ड में महाजन ने कार्यकर्ताओं की बैठक ली। उन्होंने कहा, हम हम पार्टी की विचारधारा से जुड़े हैं, कभी टिकट को लेकर पार्टी का काम नहीं करते। पार्टी किसी को भी टिकट दे, अपने प्रत्याशी को अच्छे मतों से जिताना है। मोदी सरकार को वापस देश की कमान सौंपनी है। महाजन ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस सरकार आने के बाद तबादला उद्योग चलने लगा। बैठक में मधु वर्मा, जीतू जिराती, संदीपसिंह, युवराज दुबे, महेश जोशी, राजेश मिश्रा आदि मौजूद रहे।
मुझसे किसी ने राय नहीं मांगी
महाजन का चुनाव नहीं लडऩे का पत्र सार्वजनिक होने के बाद उन्हें मनाने के लिए ना तो आलाकमान और ना ही प्रदेश संगठन की ओर से किसी पदाधिकारी ने उनसे मुलाकात की। उधर, इसके बाद से जिस तरह स्थानीय नेताओं ने टिकट के लिए दावेदारी पेश करना शुरू की है, उसे लेकर भी महाजन नाराज नजर आई। सूत्रों के मुताबिक, कुछ नेताओं ने अपना नाम बढ़ाने के लिए महाजन से संपर्क किया तो उन्होंने साफ कहा कि मुझसे अब तक पार्टी से किसी ने टिकट को लेकर कोई राय नहीं मांगी है और ना ही संपर्क किया है।
पार्टी कार्यालय पर भी माहौल सामान्य
टिकट को लेकर फैसला दिल्ली से होने को लेकर स्थानीय भाजपा कार्यालय पर भी कोई खास गतिविधियां नहीं दिखी। आइटी सेल की बैठक के अलावा चुनाव को लेकर कोई कार्यक्रम नहीं हुआ। कार्यालय पर संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा, लोकसभा चुनाव प्रभारी रमेश मेंदोला, नगराध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, पूर्व विधायक भंवरसिंह शेखावत आदि मौजूद रहे।