चुनाव से पहले यहां गरमाया आक्रोश, पुलिस के खिलाफ बंद, भारी पुलिस बल तैनात

चुनाव से पहले यहां गरमाया आक्रोश, पुलिस के खिलाफ बंद, भारी पुलिस बल तैनात

विदिशा
बीते दिनों दुर्गा विसर्जन के चल समारोह के दौरान पुलिस के लाठीचार्ज के विरोध में आज विदिशा में बंद का आहृान किया गया है।यह ऐलान सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति और हिंदू संगठनों द्वारा किया गया है। विवाद के बाद से ही शहर में धारा 144 लागू है और  आचार संहिता पहले से ही प्रभावी है। वही प्रशासन द्वारा 20 स्क्वायड टीम गठित की गई हैं, जो पूरे समय संगठनों पर नजर रखेंगी।शहरभर मे करीब 200 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। प्रशासन द्वारा संगठनों को साफ हिदायत दी गई है कि अगर दुकाने जबरन बंद करवाई गई तो कार्रवाई की जाएगी और सीधा जेल भेजा जाएगा।

दरअसल, 19 अक्टूबर को दुर्गा विसर्जन के चल समारोह में पुलिस और हिन्दू उत्सव समिति के लोगों के बीच विवाद हो गया था। पुलिस ने आचार संहिता का हवाला देते हुए हिन्दू उत्सव समिति के मंचों के माइक बंद करा दिए थे। इधर माइक से झांकी समितियों के नाम एनाउंस नहीं होने से नाराज कार्यकर्ताओं ने दो जगह मंच तोड़ दिए। जिसके बाद पुलिस ने जमकर लाठियां बरसाई थी। इसमें कार्यकर्ताओं के अलावा झांकी देखने आए लोग भी घायल हो गए थे।इसी के चलते बुधवार को विदिशा बंद का ऐलान सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति और हिंदू संगठनों ने किया है। मंगलवार दोपहर में बालविहार के पास स्थित लक्ष्मीबाई धन्नालाल अग्रवाल धर्मशाला में सनातन श्री हिंदू उत्सव समिति और हिंदू संगठनों के सदस्यों की बैठक हुई, जिसमे निर्णय लिया गया था कि बंद के दौरान पेट्रोल पंप, सब्जी मंडी और दुकानें नही खुलेंगी।

वही इस मामले मे पुलिस का कहना है कि कुछ लोग चल समारोह में शराब पीकर उपद्रव कर रहे थे। आचार संहिता का पालन कराने के लिए मंचों के माइक बंद कराए गए थे। इसके बाद कुछ लोगों ने मंचों में तोड़फोड़ शुरू कर दी। कानून व्यवस्था बनाने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। इस दौरान पुलिसकर्मियों ने जबरन मारपीट की है तो उसकी जांच कराई जाएगी। इधर कलेक्टर कौशलेंद्र सिंह का कहना है कि उपद्रवी तत्वों की वीडियो फुटेज के आधार पर जांच कराई जाएगी। इसमें लोगों को चिन्हित कर उनके खिलाफ कार्रवाई होगी।