अय्यर और पंत क्रीज पर, दिल्ली 100 रन के पार

हैदराबाद सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली डेयरडेविल्स के बीच आईपीएल सीजन 11 का 36वां मुकाबला हैदराबाद के राजीव गांधी इंटरनेशनल स्टेडियम में खेला जा रहा है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने 14 ओवर में 2 विकेट गंवा कर 118 रन बना लिए हैं. ऋषभ पंत (12 रन) और श्रेयस अय्यर (38 रन) क्रीज पर हैं. दिल्ली डेयरडेविल्स की शुरुआत खराब रही. पारी के दूसरे ही ओवर में ग्लेन मैक्सवेल रन आउट होकर पवेलियन लौट गए. इस ओवर की चौथी गेंद पर पृथ्वी शॉ ने जोरदार शॉट खेला जो गेंदबाज संदीप शर्मा के हाथ से लगकर नॉन स्ट्राइकर एंड पर विकेटों पर जा लगा उस समय मैक्सवेल क्रीज से बाहर थे. मैक्सवेल 2 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद पृथ्वी और श्रेयस ने पारी को आगे बढ़ाया. पृथ्वी ने शानदार अंदाज में खेलते हुए 25 गेंदों पर अपने आईपीएल करियर की दूसरी फिफ्टी पूरी की. 11वें ओवर में दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम को दूसरा झटका लगा जब ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे युवा पृथ्वी शॉ राशिद खान की गेंद पर सिद्धार्थ कौल को कैच थमा बैठे. पृथ्वी शॉ 36 गेंदों में 65 रन बनाकर पवेलियन लौटे. उन्होंने अपनी पारी में 6 चौके और 3 छक्के लगाए. इससे पहले दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान श्रेयस अय्यर ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया और सनराइजर्स हैदराबाद की टीम को गेंदबाजी दी है. दिल्ली की टीम में दो बदलाव हुए हैं कॉलिन मुनरो और शाहबाज नदीम प्लेइंग इलेवन से बाहर हैं और उनकी जगह डैनियल क्रिश्चियन और नमन ओझा को शामिल किया गया है. वहीं सनराइजर्स हैदराबाद की टीम में बासिल थम्पी की जगह भुवनेश्वर कुमार प्लेइंग इलेवन में आए हैं. दिल्ली को प्लेऑफ में जाने के लिए अपने बाकी के बचे सभी मैचों में जीत हासिल करनी होगी. दूसरी तरफ हैदराबाद की टीम है, जो दिल्ली के खिलाफ अपनी जीत के सिलसिले को बरकरार रखना चाहेगी. दिल्ली की कमान जब से अय्यर के हाथों में आई है उसके खेल में निश्चित ही बदलाव देखने को मिला है. युवा खिलाड़ियों से सजी यह टीम आत्मविश्वास से भरपूर दिख रही है. सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ अपनी उम्र से ज्यादा परिपक्वता वाला प्रदर्शन कर रहे हैं. उनके साथ कॉलिन मुनरो पारी की शुरुआत करने आते हैं. सलामी जोड़ी मजबूत होने के बाद टीम का मध्यक्रम भी मजबूत है. ऋषभ पंत इस सीजन में अच्छा खेल रहे हैं, तो कप्तान अय्यर बल्ले से भी अपनी जिम्मेदारी को निभा रहे हैं. परेशानी इसके बाद शुरू होती है. अगर यह चार बल्लेबाजों में कोई भी सफल नहीं होता है तो दिल्ली की पारी बिखर जाती है. क्रिस मॉरिस के जाने से टीम को नुकसान हुआ है. उनके स्थान पर हरफनमौला खिलाड़ी विजय शंकर को अहम भूमिका निभानी होगी, जिसमें वो अभी तक सफल नहीं हुए हैं. ग्लेन मैक्सवेल के स्वाभाविक खेल का अभी तक सभी को इंतजार है. अय्यर इस मैच में मुनरो के स्थान पर इंग्लैंड के जेसन रॉय को टीम में शामिल कर सकते हैं. गेंदबाजी में लियाम प्लंकेट और मोहम्मद शमी पर बड़ी जिम्मेदारी होगी. लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने मौका मिलने पर अपनी उपयोगिता साबित की है. आवेश खान ने पिछले मैच में निराश किया था. अय्यर उनको बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं. हैदराबाद की ताकत उसकी गेंदबाजी है. टीम ने 118 रनों के लक्ष्य का भी बचाव किया है. राशिद खान और शाकिब अल हसन की स्पिन जोड़ी की इसमें अहम भूमिका रही है. दोनों मध्य के ओवरों में बल्लेबाजों को रन नहीं बनाने देते और न ही उन्हें विकेट पर जमे रहने देते हैं. तेज गेंदबाजी में कौल और बासिल थंपी ने भुवनेश्वर की कमी नहीं खलने दी है. भुवनेश्वर चोट के कारण पिछले कुछ मैचों से बाहर हैं. उनका शनिवार के मैच में खेलना शुक्रवार देर शाम होने वाले फिटनेस टेस्ट पर निर्भर करेगा. बल्लेबाजी में कप्तान केन विलियमसन टीम की धुरी बने हुए हैं. उन्हें हालांकि कोई ऐसा बल्लेबाज नहीं मिल रहा है, जो अपने प्रदर्शन में निरंतरता रखते हुए टीम को संभाल सके. शिखर धवन का बल्ला शुरू के मैचों में तो चला, लेकिन उसके बाद गब्बर खामोश हो गया. मध्यम क्रम में मनीष पांडे, दीपक हुड्डा, यूसुफ पठान को जिम्मेदारी लेते हुए बेहतर प्रदर्शन करना होगा. प्लेइंग इलेवन: सनराइजर्स हैदराबाद: एलेक्स हेल्स, शिखर धवन, केन विलियमसन (कप्तान), मनीष पांडे, शाकिब अल हसन, यूसुफ पठान, ऋद्धिमान साहा (विकेटकीपर), भुवनेश्वर कुमार, राशिद खान, सिद्धार्थ कौल, संदीप शर्मा. दिल्ली डेयरडेविल्स: पृथ्वी शॉ, नमन ओझा, श्रेयस अय्यर (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ग्लेन मैक्सवेल, विजय शंकर, डैनियल क्रिश्चियन, लियाम प्लंकेट, अमित मिश्रा, आवेश खान, ट्रेंट बोल्ट.