विधानसभा का मानसून सत्र: विपक्ष के जवाब में सीएम ने कहा- गलती किसी और ने की प्रायश्चित हमने किया

रायपुर
 विपक्ष के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा, सरकार ने पहली बार 1 लाख 4 हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया। गलती किसी और ने की थी, हमने संविलियन के जरिए उसका प्रायश्चित किया। कभी शिक्षाकर्मी का कॉडर बनाकर 3 हजार 5 हजार रुपए में नौकरी देने का अपराध हुआ था। सेवा शर्तों में लिखा था कि इन्हें कभी स्थायी नहीं किया जा सकता। बिना किसी का नाम लिए मुख्यमंत्री ने कहा, इस गलती के लिए कोई दूसरा राजा दोषी है। राजस्व मंत्री प्रेमप्रकाश पाण्डेय ने कहा, राजाओं की गलतियों को सुधारते-सुधारते यहां तक आए हैं। आगे भी ऐसा करते रहेंगे।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा, उनकी सरकार का पहला बजट 8 हजार करोड़ रुपए का था। इस अनुपूरक को मिलाकर प्रदेश के बजट का आकार 92 हजार करोड़ रुपया हो गया है। ५वीं विधानसभा में छत्तीसगढ़ 1 लाख करोड़ से अधिक के वार्षिक बजट वाले राज्यों के क्लब में शामिल हो जाएगा। उन्होंने कहा, सरकार का काम वित्तीय प्रबंधन के साथ इस बात का भी ख्याल रखना है कि जनहित के काम रुके नहीं। अनुपूरक बजट के जरिए सरकार ने यही कोशिश की है।

आप चुनाव लडऩा न भूलें, इसलिए हारते हैं उप चुनाव
अनुदान मांगोंं पर चर्चा के दौरान विपक्ष की टिप्पणियों पर मुूख्यमंत्री ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आप लोगों की जगह वहीं फिक्स कर दी है। कांग्रेस विधायक कवासी लखमा ने कहा, उप चुनावों में भाजपा की हार से आपके जाने का संकेत मिलने लगा है। मुख्यमंत्री ने कहा, आप लोग चुनाव लडऩा न भूल जाएं इसलिए छोटे-मोटे चुनाव पार्टी हार जाती है। आप हमेंं लोकसभा-विधानसभा का चुनाव जिताइये, हम आपको उप चुनाव और पार्षद चुनाव जिता देंगे। आप लोग छोटे-छोटे चुनाव जीतकर ही खुश हो लेते हैं।

कोई ऐसा महीना है जब माओवादी वारदात नहीं करते?
विधायक बृहस्पति सिंह और उमेश पटेल ने गृहमंत्री से किसी ऐसे महीने की जानकारी मांगी, जब माओवादी हमला न हुआ हो? सवाल पर मंत्री ने कोई उत्तर नहीं दिया, अलबत्ता दंतेवाड़ा विधायक देवती कर्मा के सवाल पर रामसेवक पैकरा ने बताया कि सुकमा, बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, कोण्डागांव सहित कुल १४ जिले माओवादी गतिविधियों का केंद्र बन गए हैं।