‘सरकार आपके द्वार’ के तहत CM कमलनाथ के मंत्री ने लगाया चौपाल, सुनी समस्याएं
देवास
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक महत्वाकांक्षी अभियान की शुरूआत की है. ग्रामीणों की समस्या जानने, समझने और उनका मौके पर ही निराकरण करने के उद्देश्य से ‘सरकार आपके द्वार’ अभियान की शुरूआतसे शुरू की गई. इसके तहत उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने देवास जिले के सूदूर ग्रामीण क्षेत्र के खुलचापुर और पोलाखाल गांव में चौपाल लगाकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और उनका मौके पर ही निराकरण किया.
गांव में चौपाल लगाकर सुनी समस्याएं
'सरकार आपके द्वार' अभियान के दौरान सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे. ग्रामीणों ने विधवा पेंशन, परित्यकता पेंशन, वृद्धावस्था पेंशन, पानी की समस्या, राशन न मिलने की समस्या मंत्री जीतू पटवारी को बताई जिस पर उन्होंने अधिकारियों को इसका तत्काल निराकरण करने के आदेश दिए. साथ ही छात्राओं के एडमिशन के लिए कियोस्क पर पैसे लेने की शिकायतों पर दो कियोस्क संचालकों के खिलाफ एफआईआर के भी निर्देश दिए.
दलित परिवार के घर जमीन पर बैठकर खाया खाना
वहीं आंगनबड़ियों की जानकारी न दे पाने पर मंत्री जीतू पटवारी ने बागली जनपद के सीईओ अमित व्यास को फटकार लगाई. इस दौरान उन्होंने गांव के मेधावी छात्रों को माला पहनाकर उनका सम्मान किया, वहीं गांव के कैंसर पीड़ित मरीज चैन सिंह का सरकारी सहायता पर इलाज कराने के भी निर्देश दिए. जीतू पटवारी ने गांव के दलित परिवार के यहां जमीन पर बैठकर खाना भी खाया.
नर्मदा का पानी लाने का दिया आश्वासन
खुलचापुर गांव के बाद जीतू पटवारी मंगलवार देर रात 1 बजे पोलाखाल गांव पहुंचे, यहां पहले से मौजूद ग्रामीणों से उन्होंने बात की. ग्रामीणों की मुख्य समस्या नर्मदा नदी के पानी को लेकर थी, इस पर मंत्री ने उन्हें नर्मदा का पानी लाने का आश्वासन दिया. 'सरकार आपके द्वार' कार्यक्रम के तहत पोलाखाल गांव में रात 3 बजे तक मंत्री की चौपाल चली इस दौरान जिले के आला अधिकारी भी मौके पर मौजूद रहे.
जिले की समस्याएं स्थानीय स्तर पर ही निपटाई जाएं
जीतू पटवारी ने कहा कि कमलनाथ सरकार लोगों की समस्याओं के निराकरण के लिए प्रतिबद्ध है. लोगों को दफ्तरों को चक्कर न लगाना पड़े, इसलिए सरकार खुद उनके द्वार पर पहुंच रही है और उनकी समस्याएं सुन रही है. साथ ही उनका तत्काल निराकरण भी कर रही है. उन्होंने कहा कि गांव के लोग परेशान न हों, कांग्रेस सरकार इसके लिए कृत संकल्प है, इसलिए जिला सरकार और 'सरकार आपके द्वार' जैसी योजनाएं लागू की गईं, जिससे गांव और जिले की समस्याएं स्थानीय स्तर पर ही निपट जाएं. लोगों को राजधानी भोापाल के चक्कर न काटने पड़ें.