सहेलियों की धोखेबाजी से परेशान छात्रा आत्महत्या करने धुआंधार पहुंची
जबलपुर
सहेलियां धोखेबाजी करती हैं। वाट्सएप पर होने वाली सहेलियों की बातों से एक छात्रा इतनी दुखी हुई कि वह आत्महत्या करने की ठान ली। छात्रा घर में परिजन से कॉलेज जाने का कहकर निकली और मोपेड पार्किंग में खड़ी करके धुआंधार पहुंच गई। वह नदी में छलांग लगाती इससे पहले ही भेड़ाघाट थाने में पदस्थ आरक्षक हरिओम की नजर उस पर पड़ गई। आरक्षक ने छात्रा को समझाइश देते हुए खुदकुशी से रोका फिर उसे थाने ले आया। यहां उसके परिजन को बुलाकर छात्रा को उनके हवाले कर दिया गया।
कॉलेज में पढ़ने वाली 22 वर्षीय छात्रा के साथ पढ़ने वाली उसकी सहेलियां पढ़ाई में कमजोर होने और अन्य कारणों से उसे परेशान करती हैं। छात्रा ने कई बार सहेलियों को मना किया, लेकिन वह नहीं मानीं। सहेलियों ने छात्रा को वाट्सएप पर भी परेशान करना शुरू कर दिया। इससे दुखी छात्रा बुधवार को कॉलेज जाने के लिए निकली, लेकिन जान देने शाम 4 बजे धुआंधार पहुंच गई।
छात्रा को पीछे से जाकर रोका -
छात्रा धुआंधार के पास बढ़ रही थी। तभी आरक्षक हरिओम पीछे से उसके पास पहुंचा। छात्रा को उसने रोका और फिर धुआंधार आने का कारण पूछा। जिसे सुनते ही छात्रा ने रोना शुरू कर दिया। साथ ही बताया कि उसकी सहेलियां उसे परेशान करती हैं। इससे वह तंग हो चुकी है। जिस पर आरक्षक उसे थाने ले आया।
परिजन ने आरक्षक को दिया धन्यवाद -
छात्रा माढ़ोताल क्षेत्र के आईटीआई के पास रहने वाली है। भेड़ाघाट थाने पहुंचे उसके माता-पिता ने बेटी की जान बचाने पर आरक्षक का आभार व्यक्त किया है।