15 लाख बांटने का वादा बीजेपी ने कभी नहीं किया: राजनाथ सिंह

15 लाख बांटने का वादा बीजेपी ने कभी नहीं किया: राजनाथ सिंह

 
नई दिल्ली 

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ने कभी नहीं कहा था कि लोगों को खाते में 15-15 लाख रुपए ट्रांसफर किए जाएंगे. राजनाथ सिंह ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कभी ऐसा वादा नहीं किया जिसमें 15 लाख रुपए लोगों के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करने की बात कही गई है.

एक न्यूज एजेंसी को दिए गए इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा, 'कभी नहीं कहा कि लोगों के बैंक अकाउंट में 15 लाख रुपए भेजे जाएंगे. काले धन के खिलाफ कार्रवाई की गई. यह हमारी सरकार थी जिसने ब्लैक मनी की जांच के खिलाफ स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) का गठन किया.

गृह मंत्री राजनाथ सिंह का बयान ऐसे वक्त में आया है जब विपक्षी पार्टियां बीजेपी को 15 लाख रुपए के वादे पर घेर रही हैं. विपक्षी पार्टियों का कहना है कि लोकसभा चुनाव 2014 में बीजेपी ऐसे ही वादे करके सत्ता में आई थी और अब 2019 में भी ऐसे ही वादे कर रही है.

2014 के लोकसभा चुनाव में कालेधन के खिलाफ कार्रवाई मुख्य चुनावी मुद्दों में से एक था. इस साल बीजेपी के मेनिफेस्टो में भी समानांतर अर्थव्यवस्था के खिलाफ कार्रवाई की बात की गई है लेकिन पार्टी के नेताओं के भाषणों में इस बात का जिक्र नहीं किया जा रहा है. पहले की तरह इस पर दावे भी नहीं किए जा रहे हैं.

विपक्षी पार्टियां खासकर कांग्रेस लगातार विदेशों में जमा कालेधन को देश वापस न ला पाने के मुद्दे पर सत्तारूढ़ पार्टी को घेर रही है. कांग्रेस का कहना है कि काले धन के खिलाफ कार्रवाई में सरकार चूक गई है.

रेड राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित नहीं

राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनीतिक पार्टियों के खिलाफ जारी रेड किसी भी राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित नहीं है. केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राजनेताओं के घर पड़ रहे प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग के छापे किसी राजनीतिक दुर्भावना से की वजह से नहीं पड़ रहे. ये स्वायत्त संस्थाएं हैं.

एएनआई को दिए गए इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने कहा, 'जो जांच एजेंसियां रेड डाल रही हैं वे स्वायत्त संस्थाएं हैं. आचार संहिता उन पर लागू नहीं होता है. वे अपने इनपुट पर कार्रवाई कर रही हैं. हम उन्हें कैसे रोक रहे हैं?'

राजनाथ सिंह ने कहा, 'यह बिलकुल गलत हैं कि रेड के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है. एजेंसियां अपने खुफिया इनपुट के आधार पर काम करती हैं.' राजनाथ सिंह ने यह भी कहा कि जांच एजेंसियां आगे भी ऐसा काम करती रहेंगी जिससे चुनावों में बिना हिसाब-किताब के धन का गलत इस्तेमाल न हो सके.