ब्लैक मार्केट में बिके यूक्रेन को मिले अमेरिकी हथियार
वॉशिंगटन/कीव, रूस के खिलाफ युद्ध लडऩे के लिए यूक्रेन को कई देशों की तरफ से आर्थिक सहायता और हथियार मिल रहे हैं, लेकिन हाल में हुए एक खुलासे ने दुनियाभर को चौंका दिया है। एक रिपोर्ट में खुलासा किया है कि युद्ध की शुरुआत में अमेरिका की तरफ से भेजे गए कई हथियार अपराधियों और तस्करों ने चुरा लिए, जिसे ब्लैक मार्केट में बेचा जा रहा है।
अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन के महानिरीक्षक ने भी अपनी अंडर जांच में कहा है कि फरवरी से सितंबर 2022 के बीच भेजे गए कुछ हथियार यूक्रेनी सेना तक नहीं पहुंचे। हथियारों के गायब होने की खबर सामने आने के बाद अमेरिकी रक्षा मंत्रालय में हडक़ंप मच गया।
पेंटागन में डिफेंस पॉलिसी के पूर्व सेक्रेटरी ने कहा है कि अमेरिकी सरकार ने फैसला किया कि हम खुद यूक्रेन में मोर्चे पर हथियारों के डिपो के ऑनसाइट इंस्पेक्शन का जिम्मा संभालेंगे। साथ ही पेंटागन ने यूक्रेनी सेना को भी हथियारों की ट्रैकिंग के लिए सिस्टम मुहैया कराया है, जिसमें स्कैनर और सॉफ्टवेयर शामिल है।
रिपब्लिकन-रूस दोनों के निशाने पर बाइडेन
रिपब्लिकन सांसदों ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर हमला तेज कर दिया है। उनका कहना है कि यूक्रेन गैर-जिम्मेदार है। फ्लोरिडा के गवर्नर और रिपब्लिकन राष्ट्रपति उम्मीदवार रोन डिसेंटिस ने भी यूक्रेन को गैर जवाबदार कहा है। उनका कहना है कि बाइडेन ने यूक्रेन को 2022 में 1.88 लाख करोड़ रुपए की मदद दी थी। अमेरिका में रूस के राजदूत एंटोली एंटोनोव ने कहा है कि अमेरिकी हथियार ब्लैक मार्केट में पहुंच रहे हैं, जो दुनियाभर के लिए खतरा है। अब तक अमेरिका ने यूक्रेन को स्टिंगर और जेवलिन मिसाइलें, होवित्जर्स, 10 हजार से ज्यादा ग्रेनेड लॉन्चर, सी-4 विस्फोटक और 5.9 करोड़ बुलेट दिए हैं। नेशनल एडवांस सर्फेस टू एयर मिसाइल सिस्टम, फीनिक्स घोस्ट ड्रोन और हिमार्स रॉकेट सिस्टम भी दिया है।
हथियारों की चोरी और यूरोपीय बाजार में बिक्री
जून 2022 में संगठित अपराधों से जुड़ा रूसी सेना का एक ऑफिसर जाली दस्तावेजों के आधार पर यूक्रेनी सेना में शामिल हो गया था। वह वॉलेंटियर फाइटर के रूप में युद्ध मोर्च पर पहुंचा और मौका देखकर वहां से कई हथियार चुरा लिए। इसमें ग्रेनेड लॉन्चर, मशीनगन और एक हजार हथगोले शामिल थे। जून 2022 में यूक्रेनी इंटेलिजेंस ने दक्षिणी यूक्रेन में फ्रंटलाइन पर लड़ रहे हथियारों के एक तस्कर को पकड़ा था, जो वहां से हथियारों को चुराकर बेचने के फिराक में था। यूक्रेन के अपराधी राहतकर्मियों के रूप में सेना में शामिल हो गए और करीब 14 लाख रुपए की बुलेट प्रूफ जैकेटों की चोरी कर ली। अगस्त 2022 में भी यूक्रेन की इंटेलिजेंस एजेंसी ने वॉलेंटियर बटालियन में से एक समूह की धरपकड़ की थी, जिन्होंने मिलकर 60 से ज्यादा राइफलें और 1000 से ज्यादा राउंड को गुप्त जगह पर छुपाकर रखा था, ताकि उसे ब्लैक मार्केट में बेचा जा सके। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से फिनलैंड और पोलैंड सहित यूरोप में हथियारों के ब्लैक मार्केट में अमेरिकी हथियारों की बाढ़ आ गई है।