5 राज्यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान, परिणाम 3 दिसंबर को, जानिए कब कहां होगा मतदान

नई दिल्ली, चुनाव आयोग ने देश के 5 राज्यों राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। निर्वाचन आयोग ने आज यानी सोमवार दोपहर 12 बजे एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान पांच राज्यों में होने वाले चुनावों का एलान कर दिया गया। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम विधानसभा चुनावों की तारीखों के बारे में विस्तार से बताया। सभी राज्यों के चुनाव परिणाम तीन दिसंबर को आएंगे।
किस प्रदेश में कितने वोटर
मध्यप्रदेश- 5.6 करोड़
राजस्थान- 5.25 करोड़
तेलंगाना- 3.17 करोड़
छत्तीसगढ़- 2.03 करोड़
मिजोरम- 8.52 लाख
कुल 679 विधानसभा सीटें
पांचों राज्यों में कुल 679 विधानसभा सीटें हैं। मध्य प्रदेश में इस वक्त भाजपा की सरकार है। वहीं, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस शासन में है। तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव वाली भारत राष्ट्र समिति यानी बीआरएस की सरकार है। मिजोरम में जोरमथंगा की मिजो नेशनल फ्रंट सत्ताधारी पार्टी है।
2018 में पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान छह अक्तूबर को हुआ था। छत्तीसगढ़ में चुनाव दो चरणों में कराए गए थे। वहीं मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम में एक चरण में वोटिंग हुई थी। पांचों राज्यों के चुनाव नतीजे एक साथ 11 दिसंबर को आए थे।
पांचों राज्यों के चुनावी समीकरण
मध्यप्रदेश- राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव 28 नवंबर 2018 को हुआ था। इस चुनाव के लिए कुल 2,899 उम्मीदवार मैदान में थे। चुनाव आयोग के मुताबिक, प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 12 प्रत्याशी थे। राज्य में मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 3,78,54,811 थी। इनमें से 1,99,94,060 पुरुष, 178,60,401 महिलाएं और 350 थर्ड जेंडर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 75.84%, महिलाओं के लिए 74.01% और कुल मतदान 74.97% रहा।
मध्यप्रदेश मध्यप्रदेश करीब 17 लाख मतदाता बढ़े
मध्यप्रदेश विधानसभा की बात करें तो इसकी तैयारियां जोरों पर हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया। इसमें करीब 17 लाख मतदाता बढ़े हैं। प्रदेश में सामान्य मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 60 लाख 60 हजार 925 हो गई है। इसमें पुरुष मतदाता 2 करोड़ 88 लाख 25 हजार 607 और महिला मतदाता 2 करोड़ 72 लाख 33 हजार 945 और थर्ड जेंडर 1373 हैं। प्रदेश में कुल 5 करोड़ 61 हजार 36 हजार 229 मतदाता दर्ज हैं। 18-19 साल की उम्र के पहली बार मतदान करने वाले 22 लाख 36 हजार 564 वोटर हो गए हैं, जो आने वाले विधानसभा चुनाव में पहली बार वोट डालेंगे। वहीं, 80 या इससे अधिक उम्र के मतदाताओं की संख्या 6 लाख 53 हजार 640 है। इसमें 100 वर्ष की उम्र पार करने वाले 5124 मतदाता हैं। इस बार चुनाव में एक हजार पुरुषों पर 945 महिला मतदाता हैं।
भाजपा ने अब तक 79 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं
इस बीच, विधानसभा चुनाव के लिए सत्ताधारी पार्टी भाजपा ने अब तक 79 उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। वहीं अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली आप ने भी अपने 39 प्रत्याशी घोषित किए हैं। कांग्रेस ने अब तक कोई सूची नहीं जारी की है।
राजस्थान- राजस्थान में पिछला विधानसभा चुनाव 28 नवंबर 2018 को संपन्न हुआ था। इस चुनाव के लिए कुल 2,294 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य में प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 11 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 3,53,90,876 थी। इनमें से 1,83,44,351 पुरुष, 1,70,46,450 महिलाएं और 75 थर्ड जेंडर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 73.49%, महिलाओं के लिए 74.67% और कुल मतदान 74.06 % रहा।
हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन
प्रदेश में हर पांच साल में सत्ता परिवर्तन का रिवाज कायम रहा। भाजपा को 73, मायावती की पार्टी बसपा को छह तो अन्य को 20 सीटें मिलीं। कांग्रेस को बहुमत के लिए 101 विधायकों की जरूरत थी। कांग्रेस ने निर्दलियों और अन्य की मदद से जरूरी आंकड़ा जुटा लिया। इसके साथ ही राज्य की सत्ता में वापसी की और अशोक गहलोत मुख्यमंत्री बने।
प्रदेश में 5 करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता पंजीकृत
अब 2023 राजस्थान विधानसभा की बात करें तो इसको लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं। इस बीच, राज्य में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन कर दिया गया। अंतिम सूची के अनुसार प्रदेश में 5 करोड़ 26 लाख 80 हजार 545 मतदाता पंजीकृत किए गए हैं। इनमें से 2 करोड़ 73 लाख 58 हजार 627 पुरूष और 2 करोड़ 51 लाख 79 हजार 422 महिला मतदाता शामिल हैं।
606 ट्रांसजेंडर मतदाता भी पंजीकृत
606 ट्रांसजेंडर मतदाता भी पंजीकृत है। प्रदेश के मतदान केंद्र की बात करें तो 601 मतदान केंद्र नए बनाए गए हैं और 32 मतदान केंद्रों का समायोजन किया गया है। 569 मतदान केंद्र बढ़ाए गए हैं। मतदान केंद्र की संख्या 51 हजार 187 से बढ़कर 51 हजार 756 हो गई है।
छत्तीसगढ़- राज्य में पिछला विधानसभा चुनाव दो चरणों में कराया गया था। इस चुनाव के लिए कुल 1,269 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य में प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 14 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 1,42,11,333 थी। इनमें से 71,36,626 पुरुष, 70,74,636 महिलाएं और 191 थर्ड जेंडर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 76.58%, महिलाओं के लिए 76.33% और कुल मतदान 76.45% रहा।
कुल दो करोड़ तीन लाख 60 हजार 240 मतदाता
राजस्थान विधानसभा की बात करें तो इसको लेकर तैयारियां तेज हो चुकी हैं। इस बीच, भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन जारी कर दिया है। सूची के अनुसार राज्य में कुल दो करोड़ तीन लाख 60 हजार 240 मतदाता हैं। इनमें एक करोड़ एक लाख 20 हजार 830 पुरूष मतदाता, एक करोड़ दो लाख 39 हजार 410 महिला मतदाता और 790 ट्रांस जेंडर मतदाता शामिल हैं।
तेलंगाना- राज्य में पिछले चुनाव सात दिसंबर 2018 को हुए थे। इस चुनाव के लिए कुल 1,821 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य में प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन 15 प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 2,05,99,739 थी। इनमें से 1,03,28,078 पुरुष, 1,02,71,470 महिलाएं और 191 थर्ड जेंडर्स ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 72.90%, महिलाओं के लिए 73.86% और कुल मतदान 73.37% रहा। मतदान केन्द्रों की संख्या 32,814 थी।
मतदाताओं की कुल संख्या में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि
चुनाव आयोग द्वारा राज्य के लिए अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित कर दी गई है। यहां 3.17 करोड़ से अधिक मतदाताओं में से पुरुष और महिला मतदाता क्रमशः 1,58,71,493 और 1,58,43,339 हैं, जबकि 2,557 तीसरे लिंग के हैं। इस वर्ष की शुरुआत में 17,42,470 मतदाताओं की वृद्धि के साथ राज्य में मतदाताओं की कुल संख्या में 5.8 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
मिजोरम- राज्य में पिछले चुनाव 28 नवंबर 2018 को हुए थे। इस चुनाव के लिए कुल 209 उम्मीदवार मैदान में थे। राज्य में प्रति निर्वाचन क्षेत्र में औसतन पांच प्रत्याशी मैदान में थे। मतदान करने वाले मतदाताओं की संख्या 6,20,008 थी। इनमें से 2,99,746 पुरुष और 3,20,262 महिलाओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था। पुरुषों के लिए मतदान 78.92%, महिलाओं के लिए 81.09% और कुल मतदान 80.03% रहा। मतदान केंद्रों की संख्या 1,170 थी।
इस बार 1,276 मतदान केंद्र
यहां 8,51,895 मतदाताओं में से पुरुष और महिला मतदाता क्रमशः 4,12,969 और 4,38,925 हैं, जबकि एक तीसरे लिंग के हैं। वहीं 4,884 पुरुष और 89 महिला सर्विस वोटर हैं, जिनमें कुल 4,973 सेवा मतदाता हैं। मिजोरम में इस बार 1,276 मतदान केंद्र हैं।
सुरक्षा की पूरी तैयारी
5 राज्यों के विधानसभा चुनावों का ऐलान करने से पहले चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि चुनाव आयोग की टीम ने सभी 5 राज्यों का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। दौरे के दौरान सुरक्षा को लेकर पूरी तरीके से तैयारी कर ली गई है।
60.02 लाख करोड़ फर्स्ट टाइम वोटर
चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इन 5 राज्यों के 16.1 करोड़ वोटर्स में से 60.02 लाख फर्स्ट टाइम वोटर है। इसके साथ ही 16.1 करोड़ वोटर्स में से 8.2 करोड़ पुरुष वोटर और 7.8 करोड़ महिला वोटर है। इसके साथ ही चुनाव आयोग ने 17 अक्टूबर से 30 नवंबर तक वोटर कार्ड में किसी भी तरह का बदलाव करा सकेंगे।
पांचो राज्यों में इन तारीखों को होगा मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनावी कार्यक्रम की घोषणा करते हुए बताया कि तेलंगाना, राजस्थान मध्य प्रदेश और मिजोरम में एक ही चरण में चुनाव होंगे। वहीं नक्सल प्रभावित राज्य छत्तीसगढ़ में दो चरणों में चुनाव संपन्न कराए जाएंगे। मिजोरम में जहां 7 नवंबर को चुनाव होगा तो वहीं तेलंगाना में 30 नवंबर को मतदान होगा। इसके अलावा मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को वोटिंग होगी और राजस्थान में 23 नवंबर को वोटिंग होगी। वहीं छत्तीसगढ़ में वोटिंग 7 और 17 नवंबर को होगी। इन पांचो राज्यों में मतदान तो अलग-अलग तारीखों को होगा, लेकिन चुनाव परिणाम 3 दिसंबर को एक साथ ही आएंगे।