शिव 'राज' की योजनाओं के सहारे 2023 फतह की तैयारी में भाजपा

भोपाल। भाजपा ने इस बार सत्ता में आने के लिए 200 सीटों को जीतने का टरगेट तय किया है। इसके लिए पार्टी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की लोकप्रिय योजनाओं का सहारा लेगी। पार्टी की रणनीति के अनुसार आने वाले दिनों में सत्ता और संगठन 'राजÓ की लोकप्रिय योजनाएं लाड़ली लक्ष्मी, कन्यादान व तीर्थ योजना को भुनाने की कवायद करेगा। इन योजनाओं के लाभार्थियों के माध्यम से भाजपा सरकार बनाने की राह आसान करेगी।
बूथों पर चाक-चौबंद व्यवस्थाएं और मैदानी तैयारी में जुटे
गौरतलब है की 2018 से सबक लेते हुए मिशन 2023 के लिए सत्ता-संगठन के नेता प्रदेश के सभी 65 हजार बूथों पर चाक-चौबंद व्यवस्थाएं और मैदानी तैयारी में जुटे हैं। सत्ता और संगठन स्तर पर लगातार बैठकें हो रही हैं। वहीं किसी रणनीति पर पर किया जाएगा, इस पर भी मंथन किया जा रहा है। पार्टी की बैठकों में तय किया गया है कि शिवराज सरकार के अब तक के कार्यकाल में जो लोकप्रिय योजनाएं हैं, उनको चुनावी प्रचार का माध्यम बनाया जाए।
योजना की लोकप्रियता देख दूसरे राज्यों ने भी अपनाया
सत्ताधारी दल ने इस बार अपनी पुरानी लोकप्रिय योजनाओं के सहारे ही चुनावी वैतरणी पार करने की कवायद शुरू की है। भाजपा की बड़ी बैठकों से लेकर प्रशिक्षण वर्ग में भी जिले और मंडल में तैनात कार्यकर्ताओं को इन योजनाओं की ब्रांडिंग के साथ हितग्राही परिवारों से संपर्क-संवाद का होमवर्क दिया जा रहा है। हर जिले में विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों की सूची भी तैयार कराई गई है। पार्टी के चुनावी रणनीतिकार इन हितग्राहियों को अपने वोटर्स के रूप में देख रहे हैं। मप्र में बालिकाओं की शिक्षा, स्वास्थ्य और लिंगानुपात में सुधार संबंधी लाड़ली लक्ष्मी, आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के वरिष्ठ नागरिकों को तीर्थ यात्रा कराने की तीर्थ दर्शन एवं गरीब, जरूरतमंद परिवार की बेटियों को विवाह में मदद संबंधी मुख्यमंत्री कन्यादान योजना की लोकप्रियता देख दूसरे राज्यों ने भी अपनाया। इनके अलावा संबल योजना भी संशोधित स्वरूप में फिर लागू की गई है।
योजनाओं की ब्रांडिंग पर फोकस करने का निर्णय
भाजपा की जिला और प्रदेश स्तरीय कोर कमेटी की बैठकों में सत्ता-संगठन के दिग्गजों ने केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं की ब्रांडिंग पर फोकस करने का निर्णय किया है। साथ ही पार्टी के बूथ स्तरीय कार्यकर्ताओं को योजनाओं के हितग्राहियों से संवाद और संपर्क बढ़ाने का होमवर्क भी दिया गया है। पार्टी के चुनावी रणनीतिकारों का आकलन है कि हर परिवार में किसी न किसी योजनाओं के हितग्राही मौजूद हैं। उनसे संपर्क कर चुनाव दौरान पार्टी के प्रति उनके झुकाव को भुनाने की मुहिम चलाई गई है।
सितंबर 2023 तक डेढ़ लाख बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने का लक्ष्य
भाजपा मिशन 2023 में शिव 'राजÓ की लोकप्रिय योजनाओं को भुनाने की पूरी तैयारी कर चुकी है। जिन योजनाओं पर फोकस किया जाएगा उनमें लाड़ली लक्ष्मी, मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन, मुख्यमंत्री कन्या विवाह और संबल योजना प्रमुख है। लाड़ली लक्ष्मी योजना बालिकाओं के भविष्य को उज्जवल बनाने राज्य सरकार ने 2007 में यह योजना शुरू की थी। प्रदेश में योजना से अब तक लगभग 50 लाख लाड़लियां लाभान्वित हो चुकी हैं। इसके अंतर्गत बालिका जन्म के प्रति जनता में सकारात्मक सोच, लिंगानुपात में सुधार, बालिकाओं के शैक्षणिक व स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार का उद्देश्य मुख्य है। योजनांतर्गत बालिका के नाम से शासन की ओर से 1 लाख 18 हजार रुपए का आश्वासन प्रमाण पत्र जारी किया जाता है। मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के बुजुर्गों और विकलांग नागरिकों के लिए सितंबर 2012 में शुरू की गई थी। विधानसभा चुनाव 2013 के पहले शुरू हुई इस योजना ने सत्ता-संगठन को काफी लोकप्रियता दिलाई। इस साल भी सरकार ने सितंबर 2023 तक डेढ़ लाख बुजुर्गों को तीर्थ दर्शन कराने का लक्ष्य रखा है। योजना पर करीब 225 करोड़ खर्च करने का प्रस्ताव है। मप्र में वर्ष 2006 में शुरू की गई मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना को भी एक बार लांच किया गया है। यह योजना गरीब परिवार की बेटियों की शादी के लिए बनाई गई है। गरीब निराश्रित, जरूरत मंद परिवारों की बेटियों, विधवा महिलाओं, तलाकशुदा महिलाओं की शादी के लिए सरकार की तरफ से 51 हजार की आर्थिक मदद दी जाती है। यह योजना दूसरे राज्यों ने भी शुरू की है। वहीं प्रदेश में मुख्यमंत्री जन कल्याण संबल योजना एक बार फिर लांच की गई है। जन्म से पहले से लेकर जिंदगी के बाद तक इस योजना का गरीब परिवारों को संबल लाभ देने का प्रावधान है। 2018 में शुरू की गई इस योजना में असंगठित वर्ग के कामगार सहित विभिन्न वर्गों को मदद का प्रावधान है। कमलनाथ सरकार के सत्ता में आने के बाद इस योजना को बंद कर दिया गया था और नया सवेरा योजना शुरू की थी। सीएम का कहना है कि संबल योजना से लोगों को नया जीवन मिलेगा।
जनता के बीच शिवराज की लोकप्रियता बरकरार
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपने अब तक के चार कार्यकाल के दर्जनों ऐसी योजनाएं शुरू की हैं जिसने जनता का दिल जीता है और प्रदेश की जनता के बीच उनकी लोकप्रियता बरकरार रखी है। इनमें उपरोक्त योजनाओं के साथ ही बेटी बचाओ अभियान, लोक सेवाओं के प्रदान की गारंटी अधिनियम, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना, अटल ज्योति अभियान, अन्नपूर्णा योजना, मुख्यमंत्री छात्र गृह योजना, भावांतर योजना, बलराम ताल योजना सहित कई योजनाएं हैं जो आज प्रदेश की जनता की खुशहाली का कारण बनी हुई है। प्रदेश की करोड़ों जनता को इन योजनाओं का लाभ मिला है, जिसे अब भाजपा भुनाने की कोशिश में जुटेगी।