ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं केंद्रीय बैंक
नई दिल्ली, भारतीय स्टेट बैंक की एक रिपोर्ट के मुताबिक वैश्विक मंदी की संभावना के साथ विभिन्न देशों के केंद्रीय बैंक ब्याज दरों में कमी कर सकते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नीति निर्माताओं को अर्थव्यवस्था और वित्तीय बाजारों को नुकसान पहुंचाए बिना महंगाई पर नियंत्रण रखना है। एसबीआई की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि आर्थिक चक्र धीमा होने पर इक्विटी और बॉन्ड के आपस में कम संबंधित होने की संभावना है। पूंजी की ऊंची लागत की वजह से कम ऑपरेटिंग मार्जिन का फायदा नए प्रवेश करने वाले कारोबारियों की तुलना में बाजार में स्थापित कंपनियों को मिलता है। 2022 में फाइनेंशियल मार्केट उतार-चढ़ाव भरा रहा। एसबीआई के मुताबिक वास्तव में यह 2008 में आए वैश्विक वित्तीय संकट से बिल्कुल विपरीत स्थिति है, जब सभी केंद्रीय बैंकों ने एक साथ दरों में कटौती की थी।