US से केवल ‘शाकाहारी दूध-दही’ लेगा भारत, पशु के शाकाहारी होने की लेनी होगी गारंटी
नई दिल्ली
अमरीका (यू.एस.) से डेयरी प्रोडक्ट्स के इंपोर्ट को भारत अनुमति देने के लिए तैयार है। हालांकि इसके लिए अमरीका को यह गारंटी देनी होगी कि ये प्रोडक्ट्स भारत में धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाएंगे। भारत में उपासना के तरीकों में दूध-दही का काफी उपयोग होता है लेकिन इन प्रोडक्ट्स को ऐसे पशुओं से प्राप्त करने की जरूरत होती है जिन्हें कभी मांसाहार वाला चारा नहीं दिया गया हो।
भारत ने अमरीका को बताया है कि उसे डेयरी प्रोडक्ट्स का एक्सपोर्ट करने के लिए यह सर्टीफिकेट देना होगा कि जिन पशुओं से प्रोडक्ट्स प्राप्त किए गए हैं वे मांसाहार वाले चारे पर नहीं पले हैं। अन्य देश अपने डेयरी प्रोडक्ट्स भारत में एक्सपोर्ट करने के लिए इस शर्त का पालन कर रहे हैं लेकिन अमरीका अभी तक इसका विरोध करता रहा है।
दूसरे देश कर रहे हैं पालन
एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हमने अमरीका को बताया है कि वह ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और यूरोपियन यूनियन की तरह सर्टीफिकेशन देने पर विचार कर सकता है।’’ अमरीका अपने डेयरी प्रोडक्ट्स की भारत में बिक्री की अनुमति के लिए लगातार मांग करता रहा है। अमरीका की डेयरी इंडस्ट्री का दावा है कि अगर भारत में उनके प्रोडक्ट्स के लिए मार्कीट खोली जाती है तो इससे उसका एक्सपोर्ट 10 करोड़ डॉलर तक बढ़ सकता है।
टैरिफ कम करने से इसलिए किया इंकार
हालांकि भारत ने 2 कारणों से टैरिफ कम करने से मना किया है। पहला अमरीका से इन प्रोडक्ट्स से भारत को एक्सपोर्ट इस कैटेगरी में भारत के कुल इम्पोर्ट का केवल 2 प्रतिशत है और इससे अमरीका को कोई बड़ा फायदा होने की संभावना नहीं है। दूसरा भारत केवल अमरीका के लिए टैरिफ में कमी नहीं कर सकता क्योंकि ग्लोबल ट्रेड रूल्स के तहत इस तरह की छूट मोस्ट फेवर्ड नेशन के आधार पर देनी होती है। इस तरह का कदम उठाने पर चीन को भी फायदा होगा। भारत का पहले ही चीन के साथ ट्रेड डैफिसिट बहुत अधिक है और टैरिफ में छूट देने से यह और बढ़ जाएगा।