करना पडेगा इंतजार, मानसून की झडी के साथ होगा पंचायत चुनाव !

भोपाल, मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव पर सबकी नजर हैं, सबके मन में यही सवाल है कि आखिर अब पंचायत चुनाव कब होंगे। इस बीच पंचायत चुनाव को लेकर एक बड़ी खबर सामने आई है। राज्य निर्वाचन आयोग ने एक बड़ा निर्देश जारी किया है। ऐसे में पंचायत चुनाव अब करीब डेढ़ महीने तक और नहीं होंगे। पंचायतीराज विशषज्ञों का मानना है कि संभवतः 15 मई के बाद सरकार पंचायत चुनाव राज्य निर्वाचन आयोग चुनाव की घोषणा कर सकता है। संभवतः 1 जून से मतदान की प्रक्रिया शुरू होगी । उस समय प्रदेश में मानसून का आगमन होगा यानि इस बार 3 साल की देरी से होने वाला चुनाव मानसून की झडी के बीच होगा।
परिसीमन प्रक्रिया 16 मार्च से शुरू होगी
बताया जा रहा है कि अब 25 अप्रैल तक पंचायत चुनाव नहीं होंगे। क्योंकि राज्य निर्वाचन आयोग ने नए परिसीमन के आधार पर वोटर लिस्ट बनाने के निर्देश दिए हैं, जिसकी प्रक्रिया 16 मार्च से शुरू होगी। यानि 16 मार्च तक वोटर लिस्ट अपडेट होने का काम होगा। उसके बाद 4 से 16 अप्रैल तक दावे आपत्ति पेश की जाएगी। जबकि 25 अप्रैल को नई वोटर लिस्ट का फाइनल प्रकाशन किया जाएगा। ऐसे में जब तक अब फाइनल वोटर लिस्ट बनकर तैयार नहीं हो जाती, तब तक पंचायत चुनाव नहीं होंगे।
फिर से वोटर लिस्ट अपडेट करने जा रहा आयोग
दरअसल, मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव निरस्त होने के बाद निर्वाचन आयोग ने नए सिरे से पंचायतों का परिसीमन किया है, जिससे राज्य में की नई पंचायतें बनी हैं, ऐसे में अब राज्य निर्वाचन आयोग एक बार फिर से वोटर लिस्ट अपडेट करने जा रहा है। यह वोटर लिस्ट नए परिसीमन के आधार पर तैयार होगी।
ओबीसी मतदाताओं की गिनती का काम पूरा
इसके अलावा ओबीसी आयोग भी ओबीसी मतदाताओं की गिनती करने में लगा हुआ है। बताया जा रहा है कि ओबीसी आयोग ने भी कुछ जिलों को छोड़कर लगभग सभी जिलों में ओबीसी मतदाताओं की गिनती का काम पूरा कर लिया है। ऐसे में जल्द ही ओबीसी आयोग भी अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेगा।
ढाई साल से रुके हुए हैं पंचायत चुनाव
दरअसल, मध्य प्रदेश में पंचायत चुनाव ढाई साल से भी ज्यादा वक्त से रुके हुए हैं। नवंबर दिसबर 2021 में मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने पंचायत चुनाव कराने का ऐलान भी कर दिया था। लेकिन ओबीसी आरक्षण को लेकर चुनाव फिर से निरस्त हो गए। ऐसे में एक बार फिर से राज्य में पंचायत चुनाव कराए जाने की मांग की जा रही है।