मध्यप्रदेश के चहुँमुखी विकास को दर्शाती प्रदर्शनी का आयोजन
भोपाल, मध्यप्रदेश के 70वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में रवींद्र भवन भोपाल में "अभ्युदय मध्यप्रदेश" नामक राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया। यह आयोजन राज्य के भविष्य के लिए नीति, दृष्टिकोण और प्रतिबद्धता का संगम था। इसका मुख्य केंद्र बिंदु "उद्योग और रोजगार" था।
समारोह में विकसित मध्यप्रदेश @2047 की परिकल्पना को साकार करने और उसे धरातल पर उतारने हेतु राज्य शासन की नीतियों की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करती हुई प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया। प्रदर्शनी में भारत पेट्रोलियम की विश्व-स्तरीय पेट्रोकेमिकल काम्प्लेक्स परियोजना से लेकर नवकरणीय ऊर्जा उपकरण उत्पादन क्षेत्र की इकाइयों, राज्य शासन के औद्योगिकीकरण से सम्बंधित अभिनव पहलों को दर्शाया गया।
प्रदर्शनी का मुख्य केंद्र प्रदेश के बीना जिले में बीपीसीएल की एक दशक से अधिक समय से संचालित क्रूड तेल रिफाइनरी परियोजना का मॉडल रहा। इसमें कंपनी द्वारा उनके विभिन्न ऑपरेशन्स को बड़ी सटीकता से दर्शाया गया। कंपनी द्वारा रुपए 60,000 करोड़ से अधिक के निवेश से प्रस्तावित पेट्रोकेमिकल काम्प्लेक्स और रिफाइनरी के विस्तार के सम्बन्ध में भी आमजन से जानकारी साझा की गई। इस परियोजना से 5,000 व्यक्तियों को सीधे रोजगार प्राप्त होने के साथ-साथ बड़े स्तर पर डाउनस्ट्रीम उद्योग का विकास एवं स्व-रोजगार के अवसर भी सृजित होंगे।
इसके अतिरिक्त प्रदेश के विभिन्न अंचलों में स्थापित हो रही इकाइयों और राज्य शासन की परियोजनाओं की प्रदर्शनी भी लगाई गयी। नवकरणीय ऊर्जा उपकरण जैसे सौर सेल एवं मॉड्यूल, बैटरी एनर्जी स्टोरेज सिस्टम, ग्रीन हाइड्रोजन की उत्पादन इकाइयों द्वारा लगाई गयी प्रदर्शनियां आकर्षण का केन्द्र रही। एमपीआईडीसी द्वारा नर्मदापुरम में स्थापित ऊर्जा एवं नवकरणीय ऊर्जा उपकरण क्षेत्र से सम्बंधित प्रदर्शनी भी लगाई गयी। चम्बल क्षेत्र के मालनपुर को सोलर, एजीआई ग्रीनपैक जैसे बड़े औद्योगिक घरानों ने अपना नया डेस्टिनेशन चुना है।
एमपीआईडीसी द्वारा राज्य शासन द्वारा कामकाजी महिलाओं की सुगमता और उनके लिए "वॉक-टू-वर्क" की परिकल्पना को यथार्थ करने के उद्देश्य से चलायी जा रही "वर्किंग वूमेन हॉस्टल" मुहिम से जुडी प्रदर्शनी भी लगाई गई। इंदौर में विकसित हो रहे आईटी पार्क 3 एवं 4, धार में मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क और पीएम मित्र पार्क का भी मॉडल प्रस्तुत किया गया।
प्रदर्शनी द्योतक है कि के राज्य शासन द्वारा नित किये जा रहे प्रयासों और निवेशकों के स्थापित किये जा रहे संवाद का जमीन पर असर अब साफ़ हो रहा है। मध्यप्रदेश अब अपनी प्राकृतिक और सांस्कृतिक सौंदर्य के साथ-साथ औद्योगिक वातावरण हेतु भी देश-प्रदेश में जाना जा रहा है। इस प्रदर्शनी ने यह स्पष्ट सन्देश दिया कि औद्योगिकीकरण के जरिये आमजन को सुख और समृद्धि पहुंचने हेतु शासन पूर्णतया समर्पित है।
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