उज्जैन अखाड़े की पूर्व महामंडलेश्वर पर लाखों की धोखाधड़ी का आरोप
brijesh parmar
उज्जैन। निरंजनी अखाड़े की पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी उर्फ ममता जोशी की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। अब एक जयपुर की कंपनी ने आरोप लगाया है कि उनके प्रोडक्ट पर ममता जोशी ने अपना फोटो लगाकर मां आरोग्य प्रोडक्ट तैयार किया और एक साल बाद खराब होने पर उसी कंपनी को वापस कर दिया। इस मामले में जयपुर की कंपनी ने ममता जोशी पर लाखों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
धोखाधड़ी के अन्य मामले हैं दर्ज
पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी पर पहले भी धोखाधडी के संगीन आरोप लगाए गए हैं। इससे पहले एक संत ने 7 लाख 50 हजार की धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। जिसके बाद बताया जा रहा है कि ममता जोशी ने आत्महत्या की कोशिश भी की थी। वहीं इस मामले के सामने आने पर अखाड़ा परिषद ने तत्काल प्रभाव से उन्हें परिषद से निकाल दिया था। वहीं जयपुर के महामंडलेश्वर ने 8 लाख 90 हजार रुपए की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। अब एक बार फिर जयपुर की एक कंपनी ने लाखों की धोखाधड़ी का आरोप लगाया है।
साधु महात्माओं के साथ चीटिंग
रविंद्र पुरी महाराज उज्जैन अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष ने कहा कि मंदाकिनी के खिलाफ कई शिकायतें आईं है। उन्होंने कई घोटाला किया है, जो बताया भी नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुझे गुरु बनाकर सभी साधु, महात्माओं के साथ चीटिंग की है। मंदाकिनी ने सोचा था कि मैं भी रामदेव बाबा की तरह बनूंगी, लेकिन सबका एक अपना भाग्य होता है। उन्होंने कहा कि अभी पंडाल और बिजली वालों का भी रुपया बकाया, जो मैं चुका रहा हूं।
जयपुर की कंपनी ने लिखा आवेदन
जयपुर की एक हर्बल मैन्युफैक्चर कंपनी के मालिक संदीप शर्मा ने उज्जैन अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रवींद्र पुरी महाराज को एक आवेदन लिखा है। आवेदन में उन्होंने बताया कि गत वर्ष मां मंदाकिनी उसके पास जयपुर आईं और अपने नाम से एक प्रोडक्ट बनवाया। जिसका मूल्य 01 लाख 82 हजार है। पैसे मांगने पर आश्वासन देतीं रहीं, अब प्रोडक्ट खराब हो गया तो उसे वापस कर दिया। संदीप ने लिखा है कि करीब दो लाख का नुकसान हुआ है, जिसे महामंडलेश्वर से भुगतान करने की अपील की गई है।