हंसाते हंसाते पहली बार रुला गए गजोधर भैया
नई दिल्ली, कॉमेडी के बादशाह राजू श्रीवास्तव हंसते-हंसाते दुनिया को अलविदा कह गए। यकीन करना मुश्किल है कि अपनी कॉमेडी से लाखों चेहरों पर हंसी लाने वाले राजू श्रीवास्तव अब हमारे बीच नहीं रहे। राजू श्रीवास्तव जहां भी जाते लोगों के जीवन में कॉमेडी से खुशियां भरने की कोशिश करते थे। अफसोस जिन्होंने उम्रभर सबको हंसाने का काम किया। बुधवार को जाते-जाते हर किसी की आंखें नम कर गए।
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लोगों को हंसाने वाले और कॉमेडी के दुनिया के सबसे बेहतरीन कॉमेडियन राजू श्रीवास्तव का दिल्ली एम्स में निधन हो गया है। 10 अगस्त को जिम में वर्कआउट करने के दौरान राजू श्रीवास्तव को हार्ट अटैक आया था जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। कभी उनकी हालत में सुधार आ रहा था, तो कभी उनकी हालत बेहद गंभीर हो जाया करती थी। अपनी इस जिंदगी और मौत की जंग में लोगों को हंसाने वाले राजू श्रीवास्तव सभी को रुला कर चले गए।
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छोटे शहर से निकलकर कमाया बड़ा नाम
राजू श्रीवास्तव एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के उन स्टार्स में से थे, जिन्होंने कानपुर जैसी छोटी सी जगह से निकालकर अपनी बड़ी पहचान बनाई। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि वो स्कूल टाइम से ही कॉमेडी करने में दिलचस्पी रखते थे। बड़े हुए तो समझ आया कि इसमें करियर बनाया जा सकता है। पर परिवार ने साथ नहीं दिया। हांलाकि, राजू श्रीवास्तव ने ठान लिया था कि वो कॉमेडी में नाम कमा कर रहेंगे। इसलिये वो कानपुर से मुंबई पहुंचे। मुंबई पहुंचकर उन्होंने कई उतार-चढ़ाव देखे, लेकिन कभी हार नहीं मानी।
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बचपन से था मिमिक्री का शौक
राजू श्रीवास्तव को बचपन से ही मिमिक्री का शौक था। उन्होंने एक इंटरव्यू मे बताया था कि उनके स्कूल प्रिंसिपल ने हमेशा ही उनके मिमिक्री की प्रतिभा को प्रोत्साहित किया। कई लोग उनकी मिमिक्री का मजाक बनाते थे लेकिन प्रिंसिपल ने कभी उनका साथ नहीं छोड़ा। राजू कई बार इलाके के क्रिकेट मैच में कमेंटेटरी भी किया करते थे।
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तेजाब के जरिए रखा बॉलिवुड में कदम
राजू श्रीवास्तव ने बॉलीवुड में अनिल कपूर की फिल्म तेजाब के जरिए कदम रखा था। इसके बाद सलमान खान की फिल्म मैंने प्यार किया, शाहरुख खान की बाजीगर, आमदनी अठन्नी खर्चा रुपइया, वाह तेरा क्या कहना, मैं प्रेम की दीवानी हूं जैसी फिल्मों में अभिनय किया।
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राजनीति में भी आजमाया हाथ
राजू श्रीवास्तव ने कॉमेडी के बाद राजनीति में भी हाथ आजमाया। साल 2014 में उन्हें समाजवादी पार्टी ने कानपुर से लोकसभा का टिकट दिया। हालांकि, इसके कुछ ही दिनों बाद उन्होंने टिकट वापस कर के भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया था। पीएम मोदी ने उन्हें स्वच्छ भारत मिशन का चेहरा भी बनाया था।
41 दिन तक लड़ी मौत से जंग
राजू श्रीवास्तव बीते 41 दिनों से मौत से लड़ रहे थे। जिम में वर्कआउट के दौरान राजू को हार्ट अटैक आया था। इसके बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था जहां उन्होंने 41 दिन मौत से जंग लड़ी। आखिरकार आज सुबह उन्होंने अपने प्राण त्याग दिए।